अमित शाह बोले, कांग्रेस की मानसिकता उजागर करती हैं सैम पित्रोदा की टिप्‍पणियां

भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह (Amit Shah) ने कहा है कि चौरासी के सिख विरोधी दंगों के बारे में सैम पित्रोदा की टिप्‍पणी से कांग्रेस की मानसिकता सबके सामने उजागर हो गई है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sat, 11 May 2019 04:31 PM (IST) Updated:Sat, 11 May 2019 04:57 PM (IST)
अमित शाह बोले, कांग्रेस की मानसिकता उजागर करती हैं सैम पित्रोदा की टिप्‍पणियां
अमित शाह बोले, कांग्रेस की मानसिकता उजागर करती हैं सैम पित्रोदा की टिप्‍पणियां

नई दिल्‍ली, पीटीआई। भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह (Amit Shah) ने 1984 सिख विरोधी दंगों (1984 anti-Sikh riots) पर सैम पित्रोदा (Sam Pitroda) के बयान का हवाला देते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। शाह ने कहा कि चौरासी के सिख विरोधी दंगों के बारे में सैम पित्रोदा की टिप्‍पणी से कांग्रेस की मानसिकता उजागर हो गई है। नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi government) ने 1984 सिख विरोधी दंगों के दोषियों को सजा दिलाने और पीडि़त परिवारों को मुआवजा देने का काम किया है।

एक समाचार एजेंसी को दिए अपने साक्षात्‍कार में भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह ने कहा कि 1984 में हजारों सिखों को निर्दयता से मौत के घाट उतार दिया गया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने भी इस नरसंहार को उचित ठहराया था। किसी को भी सजा नहीं दिलाई गई। यहां तक कि कांग्रेस ने माफी मांगने के लिए मनमोहन सिंह को आगे कर दिया था।

बता दें कि बृहस्‍पतिवार को कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के बारे में सवालों को खारिज करते हुए कहा था कि 'हुआ तो हुआ'। इस बयान को लेकर मचे सियासी हंगामे के बीच राहुल गांधी के संज्ञान लेने पर पित्रोदा ने शुक्रवार को माफी मांग ली थी। 1984 के सिख विरोधी दंगों में हजारों सिख मारे गए थे। यह काफी संवेदनशील मुद्दा माना जाता है, खासकर दिल्‍ली के लिए जिस पर इन दंगों का काफी बुरा असर पड़ा था। 

भाजपा ने भोपाल लोकसभा सीट से मालेगांव बम धमाकों की आरोपी साध्‍वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को अपना उम्‍मीदवार बनाया है। इस फैसले को लेकर पूछे गए सवाल पर भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह ने पार्टी के निर्णय का पुरजोर बचाव करते हुए कहा कि साध्‍वी अभी केवल आरोपी हैं, अदालतों ने अन्‍य दूसरे मामलों आरोपों को खारिज कर दिया है। कांग्रेस अपने वोट बैंक की राजनीति के लिए हिंदू आतंकवाद की झूठी थ्‍यौरी को गढ़ा था जो की पहले ही खारिज हो चुकी है। साध्‍वी प्रज्ञा को चुनाव मैदान में उतारना हमारी पार्टी का विपक्षी दल के खिलाफ एक 'सत्‍याग्रह' था। 

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