'भारत की बात' में पीएम मोदी ने पाक को दिखाया आईना, सर्जिकल स्ट्राइक पर कही बड़ी बात

सर्जिकल स्ट्राइक पर PM ने कहा कि भारत को पता है कि उन लोगों को सबक कैसे सिखाना है, जो आतंकवाद का निर्यात करते हैं और भारतीयों की हत्या करते हैं।

By Nancy BajpaiEdited By: Publish:Thu, 19 Apr 2018 08:04 AM (IST) Updated:Thu, 19 Apr 2018 11:43 AM (IST)
'भारत की बात' में पीएम मोदी ने पाक को दिखाया आईना, सर्जिकल स्ट्राइक पर कही बड़ी बात
'भारत की बात' में पीएम मोदी ने पाक को दिखाया आईना, सर्जिकल स्ट्राइक पर कही बड़ी बात

लंदन (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को फिर सख्त चेतावनी देने के साथ दुनिया के सामने उसकी पोल खोली है। लंदन के वेस्टमिंस्टर सेंट्रल हॉल में बुधवार रात 'भारत की बात, सबके साथ' खास कार्यक्रम में उन्होंने खुलासा किया कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद सबसे पहले पाकिस्तान को जानकारी दी गई थी और उसे कहा था कि वक्त हो तो शव ले जाओ। इसके बाद भारत की जनता को जानकारी दी गई। इस खुलासे के साथ ही मोदी ने कहा कि आतंक का निर्यात करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भारत की पीठ में वार किया तो उसी तरीके से जवाब दिया जाएगा।

'भारत को दुश्मनों को सबक सिखाना आता है'

वेस्टमिंस्टर के सेंट्रल हॉल में सैकड़ों भारतीयों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने 2016 में सीमा पार की गई सर्जिकल स्ट्राइक पर कहा कि भारत को पता है कि उन लोगों को सबक कैसे सिखाना है, जो आतंकवाद का निर्यात करते हैं और भारतीयों की हत्या करते हैं। उन्होंने कहा, 'उन्होंने आतंक के निर्यात की फैक्ट्री खोल रखी है। युद्ध लड़ने की ताकत नहीं है और हमारी पीठ पर वार करने की फिराक में रहते हैं। लेकिन मोदी को पता है कि ऐसे लोगों को उन्हीं की भाषा में कैसे जवाब देना है। भारत अब बदल गया है।' श्रोताओं में मौजूद (बोलने में असमर्थ) एक दर्शक के सर्जिकल स्ट्राइक पर पूछे सवाल के जवाब में मोदी ने यह बात कही।

'सबसे पहले पाकिस्तान को दी सर्जिकल स्ट्राइक की सूचना' 

उन्होंने खुलासा किया, 'सर्जिकल स्ट्राइक के अगले दिन मैंने अपने अफसरों से कहा था भारत और विश्व को पता चले उससे पहले पाकिस्तान को बताना चाहिए। पाकिस्तान की फौज को फोन लगाओ और बताओ। हम उन्हें सुबह 11 बजे से फोन करते रहे, लेकिन वे भयभीत थे। 12 बजे बात हो सकी और उनसे कहा कि हमने यह किया है, वक्त हो तो शव ले जाओ। इसके बाद ही भारतीय मीडिया को जानकारी दी गई।'

'स्टेशन पर मेरी जिंदगी निजी संघर्ष था, अब 125 करोड़ का सेवक'

कार्यक्रम के एंकर और सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी के सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'रेलवे स्टेशन पर मेरी जिंदगी उनका निजी संघर्ष था। लेकिन इस शाही महल में जो व्यक्ति उनके सामने है वह 125 करोड़ भारतीयों का सेवक है।' ब्रिटेन में बसे भारतीयों के चुनिंदा सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन उनके जीवन का खास हिस्सा है। जीवन के इसी संघर्ष ने उन्हें एक आम आदमी से भारत का प्रधानमंत्री बना दिया है। लोकतंत्र में जनता भगवान के समान है। और अगर वह चाहे तो एक चाय बेचने वाला भी उनका प्रतिनिधि बन सकता है और शाही महल में हैंड शेक कर सकता है।

'सतही बदलाव का वक्त बीता'

पीएम ने कहा कि देश में सतही बदलाव से कुछ नहीं होगा। वक्त की मांग है कि विकास को जनांदोलन बनाया जाए। उन्होंने कहा, 'मैं भी आपकी तरह आम इंसान हूं। मुझसे गलतियां हो सकती है, लेकिन मैं इरादे से गलत नहीं हूं।'

'दुष्कर्म-दुष्कर्म है, इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए'

उन्नाव व कठुआ कांड के संदर्भ में मोदी ने कहा- दुष्कर्म, दुष्कर्म है, इसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें हमारे बेटे-बेटियों से हमेशा पूछना चाहिए कि वे कहां जा रहे हैं, क्या कर रहे हैं। जो अपराध करता है वह भी किसी का बेटा है। हाल की वारदातों पर उन्होंने कहा कि दुष्कर्म देश के लिए शर्म की बात है। वेस्टमिंस्टर के सेंट्रल हॉल में 'भारत की बात सबके साथ' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि नन्ही बच्ची से दुष्कर्म होना बहुत ही तकलीफदेह है। हम अपनी बेटियों के ऐसे शोषण को किस तरह बर्दाश्त कर सकते हैं? कार्यक्रम में एंकर और सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने मोदी से सवाल किए।

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