सिर्फ हाथ मिलाने और तस्वीरें खिंचाने के लिए नहीं मेरी भारत यात्रा : जस्टिन ट्रुडो

जस्टिन ट्रुडो ने कहा कि भारत और उनके देश के रिश्ते न सिर्फ राजनीतिक मोर्चे पर आगे बढ़ेंगे बल्कि अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी संबंध मजबूत होंगे।

By Arti YadavEdited By: Publish:Wed, 21 Feb 2018 08:28 AM (IST) Updated:Wed, 21 Feb 2018 01:15 PM (IST)
सिर्फ हाथ मिलाने और तस्वीरें खिंचाने के लिए नहीं मेरी भारत यात्रा : जस्टिन ट्रुडो
सिर्फ हाथ मिलाने और तस्वीरें खिंचाने के लिए नहीं मेरी भारत यात्रा : जस्टिन ट्रुडो

मुंबई, (प्रेट्र)। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने कहा कि भारत और उनके देश के रिश्ते न सिर्फ राजनीतिक मोर्चे पर आगे बढ़ेंगे बल्कि अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी संबंध मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि वह भारत सिर्फ हाथ मिलाने के लिए नहीं आए हैं।

मुंबई की यात्रा पर पहुंचे ट्रुडो ने मंगलवार को कहा, 'यह यात्रा (भारत और कनाडा के बीच) करीबी रिश्ते और अतुलनीय अवसरों से जुड़ी है। यह यात्रा हाथ मिलाने और तस्वीरें खिंचवाने के मौकों के लिए नहीं है।' आइसीआइसीआइ बैंक की प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदा कोचर से बातचीत के दौरान कनाडाई प्रधानमंत्री ने यह टिप्पणी की।

ट्रुडो ने कहा कि सरकारी या राजनीतिक समीकरणों से परे जाकर यह लोगों से लोगों के बीच का गहरा संपर्क है जिसमें सांस्कृतिक एवं आर्थिक संबंध शामिल हैं और इन्हीं पर रिश्ता आगे बढ़ेगा। ट्रुडो ने कहा, 'यह लोगों से लोगों का रिश्ता भी है। यह सांस्कृतिक, आर्थिक एवं व्यापारिक मामला भी है। संवाद करने के कई अलग-अलग तरीके हैं।' आर्थिक संबंधों की क्षमता के बारे में कनाडाई प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र हैं, एक जनसंख्या के अनुसार और दूसरा तल-क्षेत्रफल के हिसाब से। हम निश्चित तौर पर महसूस करते हैं कि हम बेहतर कर सकते हैं।'

7 दिवसीय भारत दौरे पर जस्टिन ट्रूडो

कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो अपने परिवार समेत 7 दिवसीय भारत दौरे पर आए हैं। वह शनिवार को नई दिल्ली पहुंचे। नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद कनाडाई पीएम का यह पहला भारत दौरा है। इससे पहले साल 2012 में वह भारत दौरे पर आए थे। ट्रूडो की इस यात्रा का मकसद भारत और कनाडा के बीच निवेश, कारोबार, ऊर्जा, उच्च शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और स्किल डेवलपमेंट समेत अन्य क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देना है। इस दौरान अच्छी नौकरियां पैदा करने को लेकर समझौता होने की भी उम्मीद जताई जा रही है।

chat bot
आपका साथी