आसियान-भारत की मंत्रिस्तरीय बैठक, समुद्री सहयोग, शिक्षा और संपर्क जैसे मुद्दों पर हुई बात

भारत और 10 सदस्यी आसियान ने शनिवार को मंत्रिस्‍तरीय बैठक में नौवहन क्षेत्र में सहयोग सहित सामरिक गठजोड़ के विविध आयामों की व्यापक समीक्षा की।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sat, 12 Sep 2020 08:15 PM (IST) Updated:Sat, 12 Sep 2020 09:34 PM (IST)
आसियान-भारत की मंत्रिस्तरीय बैठक, समुद्री सहयोग, शिक्षा और संपर्क जैसे मुद्दों पर हुई बात
आसियान-भारत की मंत्रिस्तरीय बैठक, समुद्री सहयोग, शिक्षा और संपर्क जैसे मुद्दों पर हुई बात

नई दिल्‍ली, एजेंसियां। आसियान और भारत के बीच आ‍ज शनिवार को मंत्रिस्तरीय बैठक हुई। इसमें समुद्री सहयोग, संपर्क, शिक्षा और क्षमता निर्माण के साथ साथ लोगों से लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने जैसे कई मुद्दों पर बातचीत हुई। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने थाईलैंड के विदेश मंत्री डॉन प्रमुदविनई (Don Pramudwinai) के साथ बैठक की सह-अध्यक्षता की। विदेश मंत्रालय ने बताया कि बैठक में आसियान भारत एक्‍शन प्‍लान (2016-2020) के कार्यान्वयन में प्रगति के मसले पर भी समीक्षा की गई। 

बैठक में भारत और 10 सदस्यी आसियान ने अपने सम्पूर्ण संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए एक नई पंचवर्षीय कार्य योजना को स्‍वीकार किया। डिजिटल माध्यम से हुई इस बैठक में दोनों पक्षों ने महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों के बारे में चर्चा की और कोरोना महामारी से निपटने में सहयोग को मजबूत करने पर विचार साझा किए। बैठक में आसियान समूह के सभी सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों ने भाग लिया। 

बता दें कि दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संघ (आसियान) 10 देशों का समूह है। इसमें भारत सहित अमेरिका, चीन, जापान, आस्ट्रेलिया जैसे देश पार्टनर हैं। इस समूह को इस क्षेत्र में प्रभावशाली संगठन माना जाता है। यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब चीन दक्षिण चीन साग्रर में सैन्य आक्रामकता जारी रखे है। यही नहीं चीन का पूर्वी लद्दाख में भारत के साथ भी गतिरोध चल रहा है। आसियान के कई देशों का दक्षिण चीन सागर में चीन के साथ विवाद है। 

विदेश मंत्रालय ने बताया कि बैठक में आसियान-भारत सामरिक संबंधों के विविध आयामों पर चर्चा हुई जिसमें नौवहन सहयोग, कनेक्टिविटी, शिक्षा और क्षमता निर्माण और लोगों से लोगों के बीच संपर्क बहाली शामिल है। बैठक में आसियान-भारत कार्य योजना (2016-20) को लागू किए जाने की दिशा में हुई प्रगति की समीक्षा की गई। अगले पांच साल के लिए नई कार्य योजना को मंजूरी दी गई। 

नई कार्य योजना में कारोबार, निवेश, लोगों से लोगों के बीच संपर्क बहाली समेत विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों को मजबूती देने का प्रस्ताव है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि बैठक में आगामी 17वीं आसियान भारत शिखर सम्‍मेलन की तैयारियों की समीक्षा की गई। गौरतलब है कि भारत सहित आसियान देशों की कुल आबादी 1.85 अरब लोगों की है। इनकी कुल जीडीपी 3800 अरब डालर अनुमानित है।

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