विजय के सीने में अभी भी प्रमोशन की टीस

नई दिल्ली, एजेंसी : लंदन ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले निशानेबाज विजय कुमार सेना में सूबेदार मेजर का प्रमोशन पाने के बावजूद भी खास संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि जिस प्रकार अन्य विभागों में उनके कद के निशानेबाजों को आइएएस रैंक पर प्रमोशन दिया गया है। सेना में भी इसी प्रकार का प्रमोशन दिया जाना चाहिए। यदि जरूरत पड़े तो नियमों में संशोधन किया जाना चाहिए।

By Edited By: Publish:Mon, 20 Aug 2012 07:23 PM (IST) Updated:Mon, 20 Aug 2012 07:59 PM (IST)
विजय के सीने में अभी भी प्रमोशन की टीस

नई दिल्ली। लंदन ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले निशानेबाज विजय कुमार सेना में सूबेदार मेजर का प्रमोशन पाने के बावजूद भी खास संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि जिस प्रकार अन्य विभागों में उनके कद के निशानेबाजों को आइएएस रैंक पर प्रमोशन दिया गया है। सेना में भी इसी प्रकार का प्रमोशन दिया जाना चाहिए। यदि जरूरत पड़े तो नियमों में संशोधन किया जाना चाहिए।

सेना की मऊ स्थिति आर्मी मा‌र्क्समैनशिप यूनिट में आयोजित समारोह के दौरान एक अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने कहा कि सूबेदार मेजर पद पर उनका प्रमोशन एक साल से लंबित था अब इस पर कार्रवाई हुई है। ओलंपिक रजत पदक विजेता ने जीत का श्रेय एएमयू की ट्रेनिंग और कोच पावेल सिमरनाफ को दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय और विदेशी निशानेबाज में अंतर केवल उपकरणों का है। विदेशी निशानेबाजों के पास आधुनिक तकनीक युक्त उपकरण हैं। वह जर्मनी और चीन के निशानेबाजों को सबसे कड़ा प्रतिद्वंद्वंी मानते हैं। उन्होंने कहा कि इस विजयोत्सव के बाद वह अपने कोच से मिलकर रियो ओलंपिक की तैयारियों पर चर्चा करेंगे। इससे पूर्व नई दिल्ली से सोमवार को मध्य प्रदेश पहुंचे विजय कुमार का इंदौर हवाई अड्डे पर भव्य स्वागत किया गया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार भी इस मौके पर मौजूद थे। यहां से सेना के बैंड की धुन और वाहनों के काफिले के बीच वह मऊ स्थित आर्मी मा‌र्क्समैनशिप यूनिट [एएमयू] पहुंचे।

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