बंद पड़ा है दस करोड़ की लागत से बना जेल

संवाद सूत्र, राजगांगपुर: सीमेंटनगरी राजगांगपुर में वार्ड क्रमांक सात में तहसील व ब्लाक कार्यालय क

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 May 2018 06:28 PM (IST) Updated:Sat, 19 May 2018 06:28 PM (IST)
बंद पड़ा है दस करोड़ की लागत से बना जेल
बंद पड़ा है दस करोड़ की लागत से बना जेल

संवाद सूत्र, राजगांगपुर:

सीमेंटनगरी राजगांगपुर में वार्ड क्रमांक सात में तहसील व ब्लाक कार्यालय के पीछे दस करोड़ रुपये की लागत से निíमत राजगांगपुर सबजेल में ताला लग गया है। इस जेल के बंद होने के पीछे यहां कैदियों की सुरक्षा तथा पानी की कमी का हवाला दिया गया है। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि जेल बनाने से पूर्व इन सभी बातों का ध्यान क्यों नहीं रखा गया। यदि पहले से ही सुरक्षा व्यवस्था के हिसाब से जेल का निर्माण किया जाता तो करोड़ों रुपयों की लागत से बने इस जेल को बंद करने की नौबत नहीं आती।

राजगांगपुर सबजेल का निर्माण कार्य वर्ष 2006 में दस करोड़ रुपयों की लागत शुरू हुआ था। जिसका उद्घाटन मार्च, 2010 में हुआ था। इस जेल में उम्रकैद की सजा पाने वाले 17 कैदियों को रखा भी गया था। तकरीबन दस एकड़ के क्षेत्र में फैला यह जेल 2016 तक चलने के बाद बंद हो गया है। यह जेल पहाड़ से सटकर होने से पहाड़ी पर चढ़ जाने से जेल के अंदर का हिस्सा पूरी तरह से दिखता है। जिससे जेल की सुरक्षा पर भी सवालिया निशान लग गया था। इसके बाद पांच साल तक जेल में काम काज हुआ और फिर इसे बंद कर दिया गया है। अब दस करोड़ रुपये की लागत से बना यह जेल अब बंद ही रहेगा या इसका इस्तेमाल अन्य किसी और काम के लिए होगा, इसका जवाब तो आने वाले वक्त में ही मिल सकेगा।

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इस जेल में कैदियों की सुरक्षा पर खतरा होने समेत पानी की कमी भी है। यह जेल पहाड़ी से सटकर होने से कोई भी वहां पर चढ़कर जेल की अंदर की गतिविधियों पर नजर रख सकता है। इसके समेत यहां पानी के लिये बो¨रग तो कराया गया था, लेकिन अब इसका जल स्तर कम होने से पानी की कमी भी होने लगी थी। जिससे यह जेल बंद होने के यही दो मुख्य कारण हैं।

- प्रताप कुमार जेना, थाना प्रभारी, राजगांगपुर।

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