विस्थापितों को फिर हाथ लगी निराशा

राउरकेला स्टील प्लांट व मंदिर डैम के विस्थापितों को प्रशास

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Sep 2018 09:57 PM (IST) Updated:Wed, 19 Sep 2018 09:57 PM (IST)
विस्थापितों को फिर हाथ लगी निराशा
विस्थापितों को फिर हाथ लगी निराशा

जागरण संवाददाता, राउरकेला:

राउरकेला स्टील प्लांट व मंदिर डैम के विस्थापितों को प्रशासन से एक बार निराशा हाथ लगी है। जिसमें राउरकेला एडीएम का एनआइटी में दिव्यांग जागरूकता कार्यक्रम में शामिल होने का कार्यक्रम तय होने से विस्थापितों को एक बार फिर उनसे मिलने का समय नहीं मिला। जिससे विस्थापितों में रोष देखा जा रहा है। वहीं विस्थापितों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने पर प्रशासन की बातचीत लगातार टलती जाने से विस्थापितों में हताशा भी है।

राउरकेला स्टील प्लांट तथा मंदिरा डैम लोकल डिस्पलेस्ड एसोसिएशन, 70 गांव के अध्यक्ष खाड़ा कुजूर का कहना है कि राउरकेला स्टील प्लांट तथा मंदिरा डैम के स्थापना के समय विस्थापित होने वाले 3722 विस्थापितों के वेरिफिकेशन का काम पूरा हो चुका है। लेकिन नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने के लिए प्रशासन की ओर से टालमटोल की नीति अपनायी जा रही है। इससे पूर्व आधा दर्जन बार एडीएम की ओर से अन्य किसी कार्यक्रम या सरकारी बैठक में शामिल होने का हवाला देकर मिलने का समय नहीं दिया जाता है। वे लोग बुधवार को भी इस मुद्दे पर एडीएम से बातचीत करने पहुंचे थे। लेकिन एडीएम एनआइटी में किसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिये जाने से उनसे मिलने का समय नहीं मिल सका। अब एडीएम ने इस मुद्दे पर बातचीत करने के लिए सात दिनों का समय मांगा है। सात दिनों के बाद भी बैठक में होने से आगामी पांच अक्टूबर को संघ की बैठक होगी, जिसमें आगामी रणनीति को लेकर कार्यक्रम तय किया जाएगा। उदितनगर परेड मैदान में बुधवार को हुई बैठक में उपाध्यक्ष शुक्राम कुंभार, सचिव पूरन खालको, सलाहकार अजित डुंगडुंग, अनिल किसान, प्रदोष किसान समेत बड़ी संख्या में विस्थापित शामिल थे।

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