भाजपा की शक्ति थीं सुषमा स्वराज

भाजपा की नेता व पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन को पार्टी नेताओं एवं सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 07 Aug 2019 10:32 PM (IST) Updated:Wed, 07 Aug 2019 10:32 PM (IST)
भाजपा की शक्ति थीं सुषमा स्वराज
भाजपा की शक्ति थीं सुषमा स्वराज

जागरण संवाददाता, राउरकेला : भाजपा की कद्दावर नेता व पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन को समर्थकों ने देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया है। कम उम्र में विधायक, सांसद एवं मंत्री बनकर उन्होंने महिलाओं को राजनीति एवं सामाजिक कार्य में आगे आने की प्रेरणा दी थी। विपक्ष के नेता एवं विदेश मंत्री के रूप में उन्होंने जो काम किया है उसके लिए उन्हें सदा याद किया जाएगी। सभी ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

धीरेन सेनापति, भाजपा प्रदेश सचिव : भाजपा के कद्दावर नेता के रूप में सुषमा स्वराज को याद किया जायेगा। विपक्ष की नेता के रूप में ही नहीं बल्कि भारत की विदेश मंत्री के रूप में उन्हें जो काम किया है वह प्रेरणादायक है। संयुक्त राष्ट्र संघ में पाकिस्तान में आतंकी संगठनों को मिल रही सुविधा के संबंध में उन्होंने जो बयान दिया था वह हमेशा याद किया जायेगा। राउरकेला में पासपोर्ट कार्यालय की स्थापना में सुषमा स्वाराज का बड़ा अवदान है।

प्रमिला दास, भाजपा, राज्य कार्यकारिणी सदस्य : देश की एक बेटी ही नहीं बल्कि भाजपा की शक्ति चली गई है। उनके निधन से देश की नारी शक्ति को बड़ा नुकसान हुआ है। भाजपा में महिलाओं को जोड़ने एवं आगे लाने में सुषमाजी की अहम भूमिका रही है। आठ जून 2000 को राज्य महिला मोर्चा के कार्यक्रम में उनके साथ बीते क्षण सदैव याद रहेंगे। उनके विचार एवं वक्तव्य से महिलाओं को प्रेरणा मिलती थी एवं बहुत कुछ सीखने को मिलता था।

दुर्गा तांती, प्रदेश सचिव भाजपा एससी मोर्चा : काफी कम उम्र में सांसद बनकर उन्होंने महिलाओं को नई सीख दी थी। उनका जाना देश के लिए बड़ा नुकसान है। बिरसा मैदान में आयोजित सभा में उनके साथ मुलाकात हुई थी। उन्होंने पार्टी संगठन को मजबूती प्रदान करने के लिए जो बातें कार्यकर्ताओं को बतायी थी वह अब भी हमें याद है। महिलाओं को पार्टी से जोड़ने में ही नहीं बल्कि संगठन को मजबूती प्रदान करने में उनकी अहम भूमिका रही।

शांतनु कुसुम, विहिप धर्म प्रसार प्रमुख, प. ओडिशा : आधुनिक भारत में महिलाओं को समाजसेवा तथा राजनीति में आने के लिए सुषमा स्वराज की भूमिका अहम थी। उनके राजनीति में आने से मातृ शक्ति को भी बढ़ाया मिला। नारी समाज के लिए वह प्रेरणा की स्त्रोत थी। पाकिस्तान में हिंदुओं से अत्याचार एवं शोषण के खिलाफ विश्व दरबार में आवाज उठाने वाली महिला सुषमा स्वराज ही थी। उनकी अगुवाई में भाजपा को मजबूती मिली।

ओम प्रकाश बापोडिया, प्रांतीय उपाध्यक्ष वनवासी कल्याण आश्रम :

सुषमा स्वाराज का निधन भारतीय राजनीति के लिए बड़ी क्षति है। उन्होंने महिला के रूप में कई इतिहास रचे जिनके लिए उन्हें याद किया जायेगा। विपक्ष की नेता के रूप में सुषमा को जाना जायेगा। उनकी बातों को केवल पार्टी के लोग ही नहीं बल्कि दूसरे राजनीतिक दलों के नेता भी ध्यान से सुनते थे एवं कुछ सीखते थे। उन्होंने सिखाया था कि स्वच्छ राजनीति भी की जा सकती है।

शंकर ओराम, विधायक बीरमित्रपुर : सुषमा स्वराज के साथ कई बार मुलाकात हुई। वे किसी से भेदभाव नहीं रखती थी। उनकी बातें सुनने के बाद कार्यकर्ताओं में नया जोश आता था। उनका जाना देश की राजनीति के लिए बड़ा नुकसान है। खाड़ी युद्ध के समय फंसे भारतीयों को निकालने तथा पाकिस्तान में हिंदुओं से अत्याचार की आवाज विश्व दरबार में उठाने वाली विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ही थीं। उनके स्वाभाव में मिठास थी।

कमल अग्रवाल, समाजसेवी, राजगांगपुर : सुषमा स्वराज का निधन भारतीय राजनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके जाने से देश की राजनीति में जो शून्यता उत्पन्न हो गई है जो शायद ही पूरा हो सके। वे एक सशक्त नेता होने के साथ-साथ उनके स्वभाव से ममता भी झलकती है। पिछली सरकार में विदेश मंत्री के कार्यकाल में विदेशों में फंसे भारतीयों को सकुशल स्वदेश लाने में उनकी भूमिका सदैव स्मरणीय रहेगी।

सुदर्शन गोयल, कोषाध्यक्ष, प्रदेश भाजपा : भारतीय राजनीति में ओजस्वी भाषण के लिए सुषमा स्वराज की पहचान थी। महिलाओं को प्रतिनिधित्व के लिए उन्होंने ही संबल प्रदान किया था। वही एक महिला थीं जिस पर भाजपा को पूरा विश्वास था। यही कारण है कि उन्हें चार-चार राज्यों से चुनाव लड़ाया गया था एवं अपनी योग्यता उन्होंने साबित की थी। राजग में अटल बिहारी वाजपेयी व नरेन्द्र मोदी की सरकार में उनकी अहम भूमिका रही।

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