जानें कैसे नौ साल पहले लापता छोटू बन कर लौटा सुलेमान, अब जतायी ये इच्छा

गोपबंधुपाली से करीब नौ साल पहले लापता हुआ छोटू अपने परिवार के पास लौट तो आया है लेकिन अब वह अपने परिजनों के साथ नहीं रहना चाहता।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Sat, 24 Aug 2019 12:31 PM (IST) Updated:Sat, 24 Aug 2019 12:31 PM (IST)
जानें कैसे नौ साल पहले लापता छोटू बन कर लौटा सुलेमान, अब जतायी ये इच्छा
जानें कैसे नौ साल पहले लापता छोटू बन कर लौटा सुलेमान, अब जतायी ये इच्छा

राउरकेला, जेएनएन। प्लांट साइट थाना अंतर्गत गोपबंधुपाली से करीब नौ साल पहले लापता छोटू अब सुलेमान बनकर परिजनों के सामने आया है। उसके घर से लापता होने के बाद रहमतनगर के एक युवक ने पाला था। उसके बदन पर घाव होने से उसका इलाज भी कराया था। मधुसूदन चौक के पास काम करने के दौरान परिजनों ने उसकी पहचान की और उसे अपने साथ ले जाने का प्रयास किया था। लेकिन छोटू उर्फ सुलेमान ने परिजनों के साथ जाने से इन्कार कर दिया। इसके बाद परिजनों ने थाना से मदद की गुहार लगायी है। यह मामला अंचल में चर्चा का विषय बना हुआ है।

 बताया जा रहा है कि गोपबंधुपाली के तेलीपाड़ा निवासी भरत साहू व सुनीता भूमिज मुंडारी के तीन बेटों व दो बेटियों में छोटू साहू चौथा बेटा है। जिसमें करीब नौ साल पहले छोटू जब छह साल का था। वह अचानक लापता हो गया था। उसके परिजनों का कहना है कि काफी खोजबीन करने के बाद भी वह नहीं मिला तो उस दौरान इसकी मौखिक शिकायत जीआरपी थाना में की थी। लेकिन इसके बाद भी उसका पता नहीं चल पाया था। इसके बाद भी परिजनों ने बेटा के वापस मिलने की उम्मीद नहीं छोड़ी थी।

छोटू के पिता भरत साहू ने बताया कि मंगलवार की शाम मधुसूदन चौक के पास स्थित एक लेथ में काम करने वाले बच्चे को देखा तो उनको संदेह हुआ कि यह उनका खोया बेटा छोटू है। जिससे पूछताछ करने के बाद छोटू ने भी अपने पिता को पहचान लिया। जिसके बाद छोटू के बड़े भाई राजू साहू ने वहां पहुंचकर उसे ले जाना चाहा तो छोटू को साथ में रखने वाले रहमतनगर के शेख मेइदुल ने उसे साथ ले जाने नहीं दिया। जिससे इसे लेकर छोटू के पिता भरत साहू, मां सुनीता भूमिज मुंडारी, बड़ा भाई राजू साहू, रिश्तेदार रायमुनि  ननवार, ओमप्रकाश ननवार ने गुरुवार को प्लांट साइट थाना पहुंचकर सारी बात बतायी।

जिसके बाद रहमतनगर से शेख मईदुल को बुलाकर थाना लाया गया। उसने बताया कि करीब नौ साल पहले छोटू कचरा संग्रह करने वाले नशेड़ी बच्चों के साथ बस्ती में आया था। उस दौरान उसके शरीर में काफी घाव भी थे। जिससे उसने उसे पश्चिम बंगाल के पांसकुड़ा ले जाकर उसका इलाज कराया। साल भर पहले पांसकुड़ा से यहां लाने के बाद उसे रहमतनगर में रह रहा था। जिसमें अब सुलेमान के रूप में परिचित छोटू उक्त लेथ में काम करने लगा था। जिसके बाद पुलिस ने बच्चे को पूछा कि वह किसके साथ रहना चाहता है तो उसने शेख मईदुल के साथ रहने की बात कही।

 इस घटना के बाद थाना प्रभारी अनिल प्रधान ने कहा है कि अब इस बच्चे को बाल कल्याण समिति, सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया जाएगा। वहीं शेख मईदुल के खिलाफ किसी प्रकार की शिकायत दर्ज होने को लेकर पूछने से उनका कहना है कि छोटू के परिजनों ने अब तक उसके खिलाफ किसी प्रकार का मामला दर्ज नहीं कराया है। लेकिन यदि वे शिकायत करते हैं तो उसके आधार पर भी अगली कार्रवाई की जाएगी।  

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