अज्ञानता के अंधेरे को दूर करती है पुस्तक

By Edited By: Publish:Fri, 25 Apr 2014 04:12 AM (IST) Updated:Thu, 24 Apr 2014 07:17 PM (IST)
अज्ञानता के अंधेरे को दूर करती है पुस्तक

जागरण संवाददाता, राउरकेला :

ओडिया भाषा विकास मंच की ओर से कोयल विद्यापीठ में बुधवार की शाम को विश्व पुस्तक दिवस मनाया गया। इसमें साहित्यकार डा. शशिकांत आचार्या ने कहा कि पुस्तक पुस्तक समाज में व्याप्त अंधविश्वास व अज्ञानता के अंधेरे को दूर करता है।

कोयल विद्यापीठ सेक्टर-20 के प्रधानाध्यापक विजय कुमार स्वाई ने कार्यक्रम के आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। इसमें मंच के संयोजक आर्तत्राण जेना ने कहा कि पुस्तक में प्राचीन काल के साहित्य, इतिहास, दर्शन, विज्ञान के भंडार पाठकों को मिलता है। सेक्सपियर, रवीन्द्रनाथ टैगोर, कार्ल मा‌र्क्स, प्रेमचंद आदि लेखकों की किताबों से ज्ञान विज्ञान, राजनीति, मनोरंजन, रचित्र गठन समेत कई तरह का ज्ञान मिलता है। इस मौके पर डा. शशिकांत आचार्य ने पुस्तकालय का लोकार्पण किया तथा पुस्तक के महत्व पर प्रकाश डाला। इस मौके पर स्कूल के 20 विद्यार्थियों को पुस्तकालय का सदस्य बनाकर उनके बीच पुस्तकें बांटी गई। कार्यक्रम में रमेश चंद्र माझी, पद्मलोचन दास, अक्षय कुमार पंडा, अरुण कुमार स्वाई, अद्वैत प्रसाद नायक, किशोर मोहन पंडा, सरोज कुमार साहू, स्मिताबाला नायक, आरती महंती, उपेन्द्रनाथ षडंगी आदि ने सहयोग किया। अंत में शिक्षक कमलाकांत राउत ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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