आईएनएस चिलिका में दिया जा रहा 'अग्निवीरों' के पहले बैच को प्रशिक्षण, पास आउट होने पर नौसेना में होंगे शामिल
आईएनएस चिलिका में भारतीय नौसेना के अग्निवीरों के पहले बैच को प्रारंभिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पास आउट होने के बाद वे नौसेना में शामिल होंगे और फिर से वहां प्रशिक्षण के दूसरे चरण से गुजरेंगे। यह प्रशिक्षण 16 हफ्तों से चल रहा है।
संतोष कुमार पांडेय, अनुगुल। भारतीय नौसेना के 'अग्निवीरों' के पहले बैच को नौसेना के प्रशिक्षण संस्थान आईएनएस चिलिका में प्रारंभिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कम से कम 2,597 अग्निवीर बुनियादी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं कि उनके कर्तव्य और जिम्मेदारियां क्या होनी चाहिए और वे कैसे प्रदर्शन करेंगे। एक दिसंबर से शुरू हुआ प्रशिक्षण सत्र इस माह के अंतिम सप्ताह में समाप्त होगा। पास आउट होने के बाद वे नौसेना में शामिल होंगे और वे फिर से वहां प्रशिक्षण के दूसरे चरण से गुजरेंगे।
अग्निवीरों में किया गया आत्मविश्वास का संचार
इन प्रशिक्षु अग्निवीरों के अनुसार 16 सप्ताह तक चले प्रशिक्षण ने उनमें आत्मविश्वास का संचार किया है। एक अग्निवीर ने बताया कि शुरुआत में प्रशिक्षण बहुत कठिन लग रहा था। जैसे-जैसे समय बीतता गया, हम इसके अभ्यस्त होते गए। हमारा प्रशिक्षण समाप्त होने वाला है और अब हमें अच्छा लग रहा है।
एक अन्य अग्निवीर ने कहा कि हमारी पीओपी (पासिंग आउट परेड) होने वाली है, जिसे लेकर हम काफी उत्साहित हैं। इसी बात को दोहराते हुए एक अन्य अग्निवीर ने बताया कि थ्योरी के बाद हमें प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी जा रही है। एक जहाज पर आवश्यक बुनियादी चीजें हमें सिखाई जा रही हैं। सब ठीक चल रहा है।
जहाजों पर तैनाती के लिए तैयार अग्निवीर
आईएनएस चिलिका के कमांडिंग ऑफिसर कमोडोर एनपी प्रदीप ने कहा कि अग्निवीर पूरी तरह से तैयार हैं। हमने उन्हें हर क्षेत्र में काबिल बनाया है। 28 मार्च को पासिंग आउट परेड के बाद पेशेवर प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। इसके बाद उन्हें जहाजों पर तैनात किया जाएगा।
अग्निवीरों में कई महिलाएं भी हैं शामिल
भारतीय सेना में शामिल होने से पहले प्रशिक्षण ले रहे 2,597 अग्निवीरों में से 273 महिलाएं हैं। अपने पुरुष समकक्षों की तरह ये महिला अग्निवीर भी हर तरह का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। 28 मार्च को होने वाली पासिंग आउट परेड में नेवी चीफ एडमिरल आर हरि कुमार शामिल होंगे।