बिना ओडिशा पूर्वी भारत के समृद्ध होने की कल्पना नहीं: धर्मेंद्र प्रधान

Dharmendra Pradhan. केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि ओडिशा स्टील आधारित मैन्युफैक्चरिंग हब होने की बात सभी के जेहन में है।

By Edited By: Publish:Sat, 29 Jun 2019 05:08 PM (IST) Updated:Sun, 30 Jun 2019 11:06 AM (IST)
बिना ओडिशा पूर्वी भारत के समृद्ध होने की कल्पना नहीं: धर्मेंद्र प्रधान
बिना ओडिशा पूर्वी भारत के समृद्ध होने की कल्पना नहीं: धर्मेंद्र प्रधान

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। पूर्वी भारत के समृद्ध होने से ही यह देश समृद्ध होगा और बिना ओडिशा के नेतृत्व के पूर्वी भारत के समृद्ध होने की कल्पना भी नहीं की जा सकती। यह बात केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को स्थानीय जयदेव भवन में विभिन्न पाइक संगठन की ओर से आयोजित नागरिक सम्मान समारोह में कही।

उन्होंने कहा कि ओडिशा में समुद्री तट, खदान संपत्ति, पानी, जंगल संपदा, कौशल एवं साहसी ओडिया युवक हैं। ऐसे ही युवकों ने क¨लग युद्ध एवं पाइक विद्रोह का नेतृत्व किया था। आज 21वीं शताब्दी में भारत वर्ष की अर्थनीति का नेतृत्व लेने का दायित्व ओडिशा का है। ऐसे में इस राज्य को समृद्धशाली बनाने के लिए सबको एक होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि चीन के बाद भारत दूसरा सर्वाधिक इस्पात उत्पादन करने वाला देश है। भारत में 200 मिलियन टन लौह अयस्क उत्पादन हो रहा है, जिसमें आधा से अधिक ओडिशा से हो रहा है। 2030 तक भारत में 250 मिलियन मैट्रिक टन लौह अयस्क की जरूरत होगी। इसके लिए 300 मिलियन मैट्रिकटन का कारखाना निर्माण करना होगा। इसमें 100 मिलियन मैट्रिक क्षमता वाला कारखाना ओडिशा में लगेगा।

प्रधान ने कहा कि ओडिशा स्टील आधारित मैन्युफैक्चरिंग हब होने की बात सभी के जेहन में है। इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता विश्व भूषण हरिचन्दन, पूर्व विधायक दिलीप श्रीचंदन, प्राध्यापक सूर्य नारायण मिश्र प्रमुख ने पाइक जवानों की वीरता के संदर्भ में विस्तार से जानकारी दी।

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