कोरोना से निपटने के लिए तैयार हो रणनीति मुख्य सचिव का निर्देश: अधिक नमूना संग्रह व प्लाजमा थैरेपी पर जोर

ओडिशा में कोरोना संक्रमण के बिगड़ रहे हालात को देखते हुए मुख्य सचिव असीत त्रिपाठी ने जिलाधीश एवं जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को खास आदेश दिये हैं।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Thu, 30 Jul 2020 09:09 AM (IST) Updated:Thu, 30 Jul 2020 09:09 AM (IST)
कोरोना से निपटने के लिए तैयार हो रणनीति मुख्य सचिव का निर्देश: अधिक नमूना संग्रह व प्लाजमा थैरेपी पर जोर
कोरोना से निपटने के लिए तैयार हो रणनीति मुख्य सचिव का निर्देश: अधिक नमूना संग्रह व प्लाजमा थैरेपी पर जोर

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। अपने-अपने जिलों कोविड स्थिति का अच्छी तरह से विश्लेषण करें। आने वाले संकट से निपटने के लिए रणनीति तैयार करें। अगस्त अंत तक सभी प्रकार की अग्रिम व्यवस्था करें, कुछ ऐसा ही निर्देश सोमवार को मुख्य सचिव असीत त्रिपाठी ने प्रदेश के सभी जिलाधिशों को दिया है। लोकसेवा भवन से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जिलाधिशों एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से बात करते हुए मुख्य सचिव असीत त्रिपाठी ने मुख्य रूप से सर्वेलान्स बढाने, परीक्षण की मात्रा बढाने, कोविड सेंटरों की स्थिति, इन सेंटरों में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में मुख्यतः चर्चा की। 

मुख्य सचिव ने सभी जिलाधीशों को निर्देश देते हुए कहा है कि हर जिले में प्रतिदिन कम से कम 500 नमूनों की जांच होनी चाहिए। हॉटस्पट जिलों में कम से कम 1 हजार लोगों की कोविड टेस्टिंग की जाए। ताकि मरीजों की पहचान कर समय पर इलाज संभव हो सके। मुख्य सचिव ने प्लाजमा थेरेपी के जरिए इलाज कराने पर भी जोर दिया है। उन्होंने कहा कि कोविड का इलाज करवाकर ठीक हो चुके स्वस्थ्य मरीजों से प्लाज्मा संग्रहित किए जाने को अग्राधिकार देना होगा। इसके लिए प्लाज्मा देने वाले स्वेच्छासेवियों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। प्लाज्मा देने वालों को 2 दिन अस्पताल आना पडता है अतः अस्पताल आने जाने का खर्च देने के साथ उनके भोजन और रहने की समुचित व्यवस्था करने को भी कहा गया है। एंटिजेन टेस्टिंग किट के उपयोग पर ज्यादा तबज्जो देने की बात कही गई है। 

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