पृथ्वी से दस गुना बड़ा है सौरमंडल का नौवां ग्रह !

खगोलशास्त्रियों को सौर मंडल में नौंवें ग्रह की उपस्थिति के संकेत मिले हैं। सौर मंडल के संभावित इस नए सदस्य का द्रव्यमान पृथ्वी से दस गुना और प्लूटो से पांच हजार गुना ज्यादा है।

By Sachin BajpaiEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2016 03:57 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2016 04:17 PM (IST)
पृथ्वी से दस गुना बड़ा है सौरमंडल का नौवां ग्रह !

लॉस एंजिलिस। खगोलशास्त्रियों को सौर मंडल में नौंवें ग्रह की उपस्थिति के संकेत मिले हैं। सौर मंडल के संभावित इस नए सदस्य का द्रव्यमान पृथ्वी से दस गुना और प्लूटो से पांच हजार गुना ज्यादा है। इसे फिलहाल 'प्लैनेट नाइन' नाम दिया गया है। प्लूटो को ग्रह की श्रेणी से हटाने के बाद सौर मंडल में आठ ग्रह ही शेष हैं।

वैज्ञानिकों के मुताबिक अंतरिक्ष में पाया गया यह नया पिंड दस से बीस हजार वर्षों में सूर्य की कक्षा का एक चक्कर पूरा करता होगा। यह नेपच्यून (वरुण) से 20 गुना ज्यादा दूरी से सूर्य की परिक्रमा करता है। कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ता कोंस्टेनटिन बेतिजिन और माइक ब्राउन ने मैथमेटिकल मॉडलिंग और कंप्यूटर सिमुलेशन की मदद से नए पिंड को ढूंढ़ने में सफलता पाई है। प्लैनेट नाइन को सीधे तौर पर नहीं देखा गया है। इसकी तलाश शुरू की जा चुकी है।

ब्राउन ने बताया कि सही मायने में प्राचीन काल से अब तक सिर्फ दो ग्रहों का पता लगाया जा सका है। नया पिंड तीसरा हो सकता है। उनके मुताबिक प्लैनेट नाइन इतना बड़ा है कि उसके ग्रह होने पर कोई विवाद नहीं हो सकता है। छोटे आकाशीय पिंडों (बौने ग्रहों) की तुलना में प्लैनेट नाइन द्वारा अपने गुरुत्वीय प्रभावों से आसपास के क्षेत्रों को कहीं ज्यादा प्रभावित करने की बात सामने आई है।

प्लैनेट नाइन के जरिये वरुण के बाहरी क्षेत्रों में मौजूद बर्फीले पिंडों और मलबों का विश्लेषण करने में मदद मिल सकती है। इस क्षेत्र को कुइपर बेल्ट कहा जाता है। बेतिजिन ने बताया कि शुरुआत में उन्हें संदेह था, लेकिन अब वह पूरी तरह आश्वस्त हैं कि यह ग्रह ही है। उनके मुताबिक पिछले डेढ़ सौ से भी ज्यादा वर्षो में पहली बार सौर मंडल के अपूर्ण होने के पुख्ता साक्ष्य मिले हैं।

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