तालिबान का दावा - नवाज शरीफ को मारने के लिए किया था हमला

गुलाम कश्मीर के गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना का एमआइ-17 हेलीकॉप्टर शुक्रवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में नॉर्वे और फिलीपींस के राजदूतों की मौत हो गई। दोनों पायलट मारे गए और दो अन्य देशों के राजदूतों की पत्नियों की भी जान चली गई। आतंकी संगठन तहरीक-ए तालिबान पाकिस्तान

By Sanjay BhardwajEdited By: Publish:Fri, 08 May 2015 02:23 PM (IST) Updated:Fri, 08 May 2015 06:32 PM (IST)
तालिबान का दावा - नवाज शरीफ को मारने के लिए किया था हमला

इस्लामाबाद। गुलाम कश्मीर के गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना का एमआइ-17 हेलीकॉप्टर शुक्रवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में नॉर्वे और फिलीपींस के राजदूतों की मौत हो गई। दोनों पायलट मारे गए और दो अन्य देशों के राजदूतों की पत्नियों की भी जान चली गई। आतंकी संगठन तहरीक-ए तालिबान पाकिस्तान [टीटीपी] के प्रवक्ता मुहम्मद खोरासानी के मुताबिक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को मारने की साजिश रची गई थी। वह दूसरे विमान में थे, इसलिए उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा। खोरासानी ने बताया कि टीटीपी हेलीकॉप्टर को निशाना बनाने वाले शोल्डर लांच मिसाइल (सैम प्रणाली) का फोटो जल्द ही जारी करेगा।

दो परियोजनाओं का उद्घाटन करने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी अलग विमान से गुलाम कश्मीर जा रहे थे। हादसे के बाद वह वापस इस्लामाबाद लौट गए। टीटीपी प्रवक्ता ने दावा किया है उन्होंने यह हमला नवाज शरीफ को निशाना बना कर किया था।

प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने दुर्घटना पर दुख जताया है। हेलीकॉप्टर में 11 विदेशी नागरिकों समेत सत्रह लोग सवार थे। पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता असीम बाजवा ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि सेना का हेलीकॉप्टर गिलगित के नल्तार क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हुआ, जिसमें नॉर्वे के दूत लीफ लार्सन और फिलीपींस के राजदूत डोमिंगो लुसेनारियो जूनियर की मौत हो गई।

दो पायलटों समेत मलेशिया और इंडोनेशिया के राजदूतों की पत्नियों के भी मरने की खबर है। पोलैंड के राजदूत आंद्रजेज एनानिजोलिश और डच दूत मार्सल विंक घायल हो गए हैं। घायलों को सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कर्मचारियों ने बताया कि घायलों को स्ट्रेचर पर अस्पताल लाया गया। दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर से इंडोनेशिया, लेबनान, मलेशिया, नीदरलैंड, रोमानिया, नॉर्वे, दक्षिण अफ्रीका, फिलीपींस और पोलैंड के राजदूतों को जाना था।

37 देशों के प्रतिनिधियों का था काफिला

हादसे में घायल एक यात्री ने बताया कि यह एक राजनयिक भ्रमण था, जिसमें 37 देशों के सदस्य शामिल थे। मीडिया रिपोर्टो के मुताबिक सेना के हेलीकॉप्टरों के जरिये कुल 57 लोग (32 पुरुष, 20 महिलाएं और पांच बच्चे) नल्तार जा रहे थे। हादसे के शिकार हेलीकॉप्टर ने रावलपिंडी के नूर खान हवाई अड्डे से उड़ान भर कर सुबह 9.45 बजे गिलगित क्षेत्र में पहुंचा था।

बताया जाता है कि पर्यटन के लिहाज से आने वाले राजनयिकों की गिलगित-बाल्टीस्तान के मुख्यमंत्री के साथ उच्चस्तरीय बैठक भी होनी थी।तालिबान ने ली जिम्मेदारीतहरीक-ए तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने हेलीकॉप्टर को मार गिराने का दावा किया है।

स्कूल को भारी नुकसान

नल्तार इलाके के जिस स्कूल पर हेलीकॉप्टर गिरा उसे भारी नुकसान पहुंचा है। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त स्कूल में कई छात्र मौजूद थे। हालांकि, किसी बच्चे के मारे जाने की खबर नहीं है।

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