इस जनजाती की महिलायें कभी नहीं नहाती हैं, फिर भी मानी जाती हैं खूबसूरत
क्या आप बिना पानी के जीवन की कल्पना कर सकते हैं। अगर आपको पानी छूने की भी इजाजत ना दी जाए तो आप कैसा महसूस करेंगे।
कल्पना करें यदि आपको पानी का बिल्कुल भी इस्तेमाल करने ना दिया जाए तो आपका जीवन कैसा होगा।
लेकिन इस दुनिया में ऐसे भी कई प्रकार के लोग रहते हैं जिन्हें उनकी अपनी खासियत की वजह से जाना जाता है। उनका अपना कल्चर और अपना अलग ही जीने का अंदाज होता है। इस धरती पर कई ऐसी जनजातियां निवास करती हैं जिनके अपने अनोखे रीति रिवाज होते हैं। अफ्रीका जो बहुत ही गर्म देश माना जाता है के नॉर्थ नैमीबीया की कुनैन प्रांत में रहने वाली हिम्बा ट्राइब की महिलायें कभी नहीं नहाती हैं क्योंकि इनके कल्चर में नहाना और यहां तक कि पानी को छूना भी मना है। मजे की बात तो ये है कि इसके बावजूद भी इन्हें सबसे खूबसूरत माना जाता है।
पानी से हाथ भी धोना है मना
कुनैन प्रांत में रहने वाले हिम्बा जनजाति की कुल जनसंख्या लगभग कुल 50 हजार हैं। इन्हें इनके रीति रिवाज के मुताबिक नहाना मना है और यहां तक कि ये पानी को हाथ भी नहीं लगा सकती। हालांकि इन महिलाओं के लिए खुद को साफ सुथरा रखने का अपना एक खास तरीका है। ये इसके स्थान पर एक खास तरह के पेस्ट का इस्तेमाल करती हैं।
हर्ब्स के धुंए का करती हैं इस्तेमाल
हिम्बा जनजाति की महिलाएं नहाने के लिए और खुद को साफ रखने के लिए पानी की जगह पर एक खास जड़ी बूटी का इस्तेमाल करती हैं। ये इस जड़ी बूटी को पहले पानी में उबालती हैं फिर इसके धुंएं से अपनी बॉडी को फ्रेंश करती हैं। ताकि उनकी बॉडी से बदबू ना आए। और इसके बाद उनके बॉडी से बदबू नहीं बल्कि अच्छी स्मेल आती है।
इस्तेमाल करती हैं जानवर की चर्बी से बना लोशन
अपनी स्किन को धूप से बचाने के लिए इस ट्राइब की महिलाएं खास तरह के लोशन का इस्तेमाल करती हैं जो जानवर की चर्बी और केमिकल हेमाटाइट के घोल के मिक्सचर से तैयार की जाती है। ये खास तरह का घोल उनके स्किन की सुरक्षा करता है साथ ही उन्हें कीड़े मकौड़ों से बचा कर रखता है। हेमाटाइट केमिकल की वजह से इनकी स्किन का रंग लाल हो जाता है जिसके कारण इन्हें रेड मैन के नाम से भी जाना जाता है। इन्हीं अजीबो गरीब तरीकों की वजह से इस ट्राइब की महिलायें दुनिया की नजर में आई थीं।