वीजा के लिए यासीन की पत्नी ने 2015 से अर्जी ही नहीं दी

गृह मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि मुशहाल हसीन मलिक 2014 में दो बार भारत आई। इसके बाद से उसने न तो कभी वीजा के लिए आवेदन दिया और न ही कभी यहां आने को लेकर अपनी दिलचस्पी दिखाई।

By Gunateet OjhaEdited By: Publish:Tue, 26 Dec 2017 10:05 PM (IST) Updated:Tue, 26 Dec 2017 10:05 PM (IST)
वीजा के लिए यासीन की पत्नी ने 2015 से अर्जी ही नहीं दी
वीजा के लिए यासीन की पत्नी ने 2015 से अर्जी ही नहीं दी

नई दिल्ली, प्रेट्र : पाकिस्तान ही नहीं, उसके नागरिक भी कितनी बेशर्मी से झूठ बोलते हैं, इसकी मिसाल फिर देखने को मिली। मंगलवार को अलगाववादी नेता यासीन मलिक की पत्नी मुशहाल हसीन मलिक का झूठ सामने आया। यासीन ने 2009 में पाकिस्तानी नागरिक मुशहाल से निकाह किया था।

मुशहाल ने पाकिस्तानी मीडिया के सामने दावा किया था कि भारत सरकार उसे अपने पति और उसके परिवार से मिलने के लिए वीजा नहीं दे रही है। इस संबंध में गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने उसके दावों की पोल खोली। अधिकारी ने पाकिस्तानी नागरिक के उन दावों का खंडन करते हुए कहा कि मुशहाल ने न तो भारत आने में कोई दिलचस्पी दिखाई है और न ही 2015 से अब तक उसने वीजा के लिए कोई आवेदन दिया है।

मीडिया रिपोर्टो में मुशहाल ने कहा था, करीब तीन साल से भारत सरकार ने यासीन और उसके परिवार से मुझे मिलने नहीं दिया है। इस्लामाबाद में सोमवार को जिस तरह कुलभूषण जाधव से उनकी मां और पत्नी को मिलने देने के लिए पाकिस्तान ने मंजूरी दी, उस तरह नई दिल्ली को भी मानवीय दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। मुशहाल को 2013 में दो साल के लिए वीजा जारी किया गया था।

गृह मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि मुशहाल हसीन मलिक 2014 में दो बार भारत आई। इसके बाद से उसने न तो कभी वीजा के लिए आवेदन दिया और न ही कभी यहां आने को लेकर अपनी दिलचस्पी दिखाई।

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