दुनिया की पहली डीएनए कोरोना वैक्सीन बाजार में आने को तैयार, जानें- जायडस कैडिला के टीके के बारे में सबकुछ
केंद्र सरकार दुनिया की पहली डीएनए आधारित कोरोना वैक्सीन जायकोव-डी को इस महीने बाजार में उतारने की तैयारी में है। अहमदाबाद स्थित जायडस कैडिला ने इस वैक्सीन की 60 लाख डोज तैयारी की है और सरकार कुल डोज खरीदने वाली है।

नई दिल्ली, आइएएनएस। केंद्र सरकार दुनिया की पहली डीएनए आधारित कोरोना वैक्सीन जायकोव-डी को इस महीने बाजार में उतारने की तैयारी में है। अहमदाबाद स्थित जायडस कैडिला ने इस वैक्सीन की 60 लाख डोज तैयारी की है और सरकार कुल डोज खरीदने वाली है। सूत्रों ने बताया कि केंद्र सरकार अक्टूबर महीने में कोरोना रोधी वैक्सीन 28 करोड़ से ज्यादा डोज खरीदेगी। इनमें 22 करोड़ डोज कोविशील्ड की होगी, छह करोड़ कोवैक्सीन की और 60 लाख डीएनए आधारित जायकोव-डी की। भारतीय दवा नियामक ने अगस्त में जायकोव-डी के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी थी।
जायकोव-डी पहली डीएनए वैक्सीन है। परीक्षण के दौरान यह कोरोना वायरस के खिलाफ 66.6 फीसद प्रभावी पाई गई थी। यह तीन डोज वाली वैक्सीन है। पहली डोज के 28 दिन बाद दूसरी और 56 दिन बाद तीसरी डोज लगाई जाएगी। सबसे खास बात यह है कि इसे लगाने के लिए नुकीली सुई की जरूरत नहीं होगी, बल्कि इसे एक अलग तरह की मशीने से लगाया जाएगा। यह वैक्सीन 12-18 साल के बच्चों को लगाई जाएगी।
अक्टूबर के पहले हफ्ते में लांच होने वाली थी जायकोव-डी
सूत्रों ने बताया कि सरकार की योजना अक्टूबर के पहले हफ्ते में ही जायकोव-डी को बाजार में लांच करने की थी। इसमें देरी के बारे में पूछे जाने पर पिछले हफ्ते नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डा. वीके पाल ने कहा था कि चूंकि यह सामान्य सुई के बदले अलग तरीके से लगाई जाती है, इसलिए इसे लगाने वालों को ट्रेनिंग दी जा रही है। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद ही वैक्सीन को टीकाकरण अभियान में शामिल कर लिया जाएगा।
जल्द 100 करोड़ टीका लगाने का आंकड़ा होगा पार
इस बीच, पिछले 24 घंटों में 50 लाख 63 हजार 845 टीके की खुराक लगाई गई। इसके के साथ ही भारत का टीकाकरण कवरेज बुधवार सुबह तक 96 करोड़ का आंकड़ा पार कर गया है। बहुत जल्द 100 करोड़ टीका लगाने का आंकड़ा हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की जा रही है। सूत्र ने कहा कि इसे 2 से 3 दिनों के भीतर हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सभी मंत्री और सांसद अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में इस उपलब्धि का प्रचार करेंगे। हालांकि, 8.43 करोड़ से अधिक कोविड वैक्सीन खुराक अभी भी राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों के पास उपलब्ध हैं। इनका इस्तेमाल किया जाना बाकी है।
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