जम्मू-कश्मीर से बंगाल लौटे 138 श्रमिक, घाटी में दहशत के माहौल को किया बयां

राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने स्टेशन पहुंचकर श्रमिकों का हालचाल पूछा। श्रमिकों ने कश्मीर में दहशत के माहौल को बयां किया है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Mon, 04 Nov 2019 11:03 PM (IST) Updated:Mon, 04 Nov 2019 11:08 PM (IST)
जम्मू-कश्मीर से बंगाल लौटे 138 श्रमिक, घाटी में दहशत के माहौल को किया बयां
जम्मू-कश्मीर से बंगाल लौटे 138 श्रमिक, घाटी में दहशत के माहौल को किया बयां

कोलकाता, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकवादियों द्वारा बंगाल (मुर्शिदाबाद) के पांच श्रमिकों की हत्या के बाद दहशत में डूबे बंगाल के 133 श्रमिक राज्य सरकार के प्रयास से सोमवार को घर लौट आए। इसके अलावा असम के भी पांच श्रमिक कोलकाता लौटे। ट्रेन से उतर कर गृह राज्य की मिट्टी पर पैर रखते ही दहशतजदा श्रमिकों के चेहरे पर सुकून दिखा।

राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने स्टेशन पहुंचकर श्रमिकों का हालचाल पूछा। श्रमिकों ने कश्मीर में दहशत के माहौल को बयां करते हुए फिर कभी वहां नहीं जाने की बात कही

मजदूरों पर आतंकियों ने रात में किया था हमला

कश्मीर के कुलगाम में 29 अक्टूबर की रात आतंकवादियों ने मुर्शिदाबाद जिले के सागरदीघी थाना अंतर्गत बहालनगर गांव निवासी कमरुद्दीन शेख (35), मुर्सलीम शेख (45), रफीक अहमद शेख (45), नइमुद्दीन (42) तथा रफीकुल आलम (23) को गोलियों से छलनी कर दिया था। जबकि जहीरुद्दीन शेख नामक श्रमिक गंभीर रूप से जख्मी हो गया था।

सीएम ममता बनर्जी से बंगाल के मजदूरों ने लगाई थी गुहार

घटना के बाद कश्मीर नीति को लेकर विरोधी दलों ने केंद्र सरकार पर हमला बोल दिया था। हत्याकांड के बाद से कश्मीर में मजदूरी कर रहे बंगाल के श्रमिकों आतंकित थे। उसी दिन श्रमिकों ने घर वापसी के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मदद की गुहार लगाई थी।

इसके बाद से ही राज्य सरकार ने श्रमिकों की वापसी के प्रयास शुरू कर दिए थे। बीते शनिवार रात 13152 डाउन जम्मू तवी एक्सप्रेस से बंगाल 133 और असम के 5 श्रमिकों को कोलकाता के लिए रवाना किया गया।

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