कांग्रेस को सरकार का जवाब, देश का नहीं बेईमानों का हुआ अपमान

आनंद शर्मा ने कहा कि दुनिया में कोई भी अर्थव्यवस्था कैशलेस नहीं चल सकती। उन्होंने कहा, अगर कैशलेस अर्थव्यवस्था चल सकती तो अमेरिका में डॉलर और यूरोप में यूरो नहीं छपते।

By kishor joshiEdited By: Publish:Wed, 16 Nov 2016 01:32 AM (IST) Updated:Wed, 16 Nov 2016 02:04 PM (IST)
कांग्रेस को सरकार का जवाब, देश का नहीं बेईमानों का हुआ अपमान

नई दिल्ली (जेएनएन)। नोटबंदी के मुद्दे पर राजनीतिक पार्टियां सरकार से किसी भी तरह से समझौते के मूड में नजर नहीं आ रही हैं। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने सरकार पर देश के अपमान का आरोप लगाया तो सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि देश का नहीं बल्कि बेईमानों का अपमान हुआ है।

इससे पहले कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और पूर्व मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि देश में 86 फीसदी करेंसी 500-1000 रुपये के नोटों के रूप में है और सिर्फ एक घोषणा करके इसे खत्म कर दिया गया। क्या यह काला धन है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी से मजदूर बेकार हो गए हैं। उन्होंने पूछा कि क्या किसान मंडी में कालाधन लेकर जाता है, वह धोती में कार्ड लेकर नहीं जा सकता।

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आनंद शर्मा ने कहा कि दुनिया में कोई भी अर्थव्यवस्था कैशलेस नहीं चल सकती। उन्होंने कहा, अगर कैशलेस अर्थव्यवस्था चल सकती तो अमेरिका में डॉलर और यूरोप में यूरो नहीं छपते।

आनंद शर्मा ने कहा कि आपने एक झटके में सभी को अपराधी बना दिया। उन्होंने कहा, आपने विदेशी पर्यटकों के नोट नहीं बदले इससे दुनिया के तमाम देशों ने अपने नागरिकों को एडवाइजरी जारी कर दी कि भारत मत जाना वहां कालाबाजारी करने वाले रहते हैं और वहां की अर्थव्यवस्था कालेधन पर चलती है। आपके इस कृत्य से देश बदनाम हुआ है।

आनंद शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गोवा रैल की बात करते हुए कहा कि वे कैश के लिए लाइनों में खड़े लोगों का मजाक उड़ाने के लिए उनकी पीएम की आलोचना करते हैं और उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।

इससे पहले बुधवार को संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होते ही राज्यसभा में इस मुद्दे पर हंगामा भी शुरू हो गया। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने इस पर संयुक्त संसदीय कमेटी (जेपीसी) की मांग की है।

इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र नोदी ने लोकसभा में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य का हाल जाना। उन्होंने विपक्ष के अन्य नेताओं से भी मुलाकात की है।

बहस में हिस्सा लें पीएम- मायावती

बसपा सुप्रीमो मायावती ने नोटबंदी को लेकर सदन में बहस के लिए पीएम मोदी के हिस्सा लेने की मांग की। मायावती ने कहा कि यह एक संवेदनशील मुद्दा है। हम चाहते हैं कि पीएम राज्यसभा में नोटबंदी पर हो रही बहस में हिस्सा लें। इसके साथ ही मायावती ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर तंज कसते हुए कहा कि जेटली पिछले कुछ दिनों से काफी दुखी दिखाई दे रहे हैं।

सभी मुद्दों पर बहस के लिए तैयार- पीएम

पहले दिन संसद के लिए रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने कहा कि सरकार राष्ट्रहित में सभी मुद्दों पर बहस के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पिछले सत्र में जीएसटी के मुद्दे पर सभी दलों का साथ मिला, उम्मीद है कि इस सत्र में भी सकारत्मक ढंग से विपक्ष सहयोग करेगा।

टीएमसी का प्रदर्शन

तृणमूल कांग्रेस ने नोटबंदी के खिलाफ संसद परिसर में गांधी जी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में टीएमसी के तमाम सांसद मौजूद थे। टीएमसी राष्ट्रपति भवन तक एक मार्च भी निकालेगी। इस मार्च में कई विपक्षी पार्टियां मौजूद रहेंगी। हालांकि एनसीपी ने इस मार्च में शामिल होने से इन्कार किया है।

लोकसभा की कार्यवाही स्थगित

लोकसभा के दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि देने के बाद कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित हो गई है। हालांकि राज्यसभा की कार्यवाही चलती रहेगी।

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किन मुद्दों पर विपक्ष हो सकता है हमलावर

नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्ष ने मंशा साफ कर दी है कि आम जनता को परेशानी से बचाने के लिए सरकार की घेराबंदी की जाएगी। सूचना प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर बहस के लिए तैयार है

सरकार की पाकिस्तान नीति को लेकर भी विपक्ष केंद्र की घेराबंदी कर सकता है। इस सत्र के दौरान जीएसटी से जुड़े तीन विधेयकों और किराये की कोख के नियमन संबंधी विधेयक सहित नौ नए विधेयक पेश किए जाएंगे। इस दौरान कुल 22 बैठकें होंगी।

क्या आपको लगता है कि संसद का शीतकालीन सत्र सुचारू ढंग से चल पाएगा?

शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर तक चलेगा। अभी तक आमतौर पर संसद का शीतकालीन सत्र नवंबर के तीसरे हफ्ते में शुरू होता रहा है और क्रिसमस के पहले तक चलता है। लेकिन इस साल इसे थोड़ा पहले बुलाया गया है।

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