नए साल पर कोहरे और ठंड से मिलेगी राहत? 4 जनवरी तक शीत लहर की रहेगी स्थिति
Weather update नए साल के साथ ही उत्तर और पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्से के लोगों को कड़ाके की सर्दी झेलनी पड़ सकती है। आने वाले दिनों में ठंड का असर दिखेगा या नहीं इसको लेकर भारतीय मौसम विभाग ने एक ताजा पूर्वानुमान जारी किया है।
नई दिल्ली, जागरण डिजिटल| New Year 2023: नए साल के साथ ही उत्तर और पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्से के लोगों को कड़ाके की सर्दी झेलनी पड़ सकती है। कहीं शीतलहर का प्रकोप है तो कई कोहरा। बता दें कि आने वाले दिनों में ठंड का असर दिखेगा या नहीं, इसको लेकर भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने एक ताजा पूर्वानुमान जारी किया है।
मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वोत्तर भारत में जनवरी महीने में गर्म सर्दी का अनुभव होने की संभावना है। दूसरी ओर, मप्र सहित मध्य भारत और पड़ोसी राज्यों के आस-पास के क्षेत्रों में जनवरी के दौरान कड़ाके की सर्दी पड़ेगी।
इन क्षेत्रों में होगी 4 जनवरी तक शीत लहर
आइएमडी ने अपने ताजा पूर्वानुमान में कहा, '1 जनवरी को हिमाचल प्रदेश, पंजाब और पश्चिमी राजस्थान में 4 जनवरी तक, हरियाणा और चंडीगढ़ में और पूर्वी राजस्थान में 4 जनवरी तक शीत लहर की स्थिति रहने की संभावना है। वहीं 3-4 जनवरी और पश्चिमी यूपी में 1-2 जनवरी के दौरान शीतलहर रहने की उम्मीद है। बता दें कि इन क्षेत्रों में 4 जनवरी तक कोहरे की स्थिति रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, 'पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, यूपी और बिहार में अलग-अलग इलाकों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है।
Dharmshala Politics: शीतकालीन सत्र के लिए सभी तैयारियां पूरी करें अधिकारी : चंद्र कुमार
मध्य भारत के कई हिस्सों में ठंड रहने की संभावना
जनवरी के दौरान, तापमान मध्य भारत के कई हिस्सों और प्रायद्वीपीय, पूर्व और उत्तर-पश्चिम भारत के आसपास के क्षेत्रों में सामान्य से नीचे (ठंडा) रहने की संभावना है। आइएमडी के महानिदेशक एम महापात्र ने कहा कि दक्षिण प्रायद्वीप के दक्षिणी हिस्सों, पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों और उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से सामान्य न्यूनतम तापमान से अधिक रहने की संभावना है। उन्होंने कहा, 'जनवरी के लिए मासिक अधिकतम तापमान मध्य और प्रायद्वीपीय भारत के कई हिस्सों में सामान्य से नीचे रहने की संभावना है। सामान्य से ऊपर अधिकतम तापमान पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों और उत्तर-पश्चिम, पूर्व के कुछ हिस्सों में होने की संभावना है।'