विशाखापत्तनम: डॉक्टर को केवल एक मास्क देकर 15 दिनों तक इस्तेमाल करने को कहा

एनेस्थेटिस्ट डॉ सुधाकर राव ने आरोप लगाया है कि COVID19 खतरे के बीच उन्हें केवल एक मास्क दिया गया था।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Tue, 07 Apr 2020 12:01 PM (IST) Updated:Tue, 07 Apr 2020 12:01 PM (IST)
विशाखापत्तनम: डॉक्टर को केवल एक मास्क देकर 15 दिनों तक इस्तेमाल करने को कहा
विशाखापत्तनम: डॉक्टर को केवल एक मास्क देकर 15 दिनों तक इस्तेमाल करने को कहा

विशाखापत्तनम, एएनआइ। नरसीपट्टनम एरिया अस्पताल में काम करने वाले एनेस्थेटिस्ट डॉ सुधाकर राव ने आरोप लगाया है कि उन्हें केवल एक मास्क दिया गया था और COVID19 खतरे के बीच, इसे 15 दिनों के लिए उपयोग करने के लिए कहा गया था। इस बात पर भड़कते हुए डॉ कहते हैं, 'वे क्या सोचते हैं, कि कोरोना के पॉजिटिव मामले यहां नहीं आएंगे? सीएम को इस पर गौर करना चाहिए।'

बता दें कि दुनियाभर में कोरोना वायरस के कारण मास्क की मांग बड़े पैमाने पर बढ़ी है। भारत में तो लोग अपने घरों में तैयार कर रहे हैं मास्क। इसके अलावा कई बड़ी कंपनी भी मास्क बना रही है। हालांकि, अभी भी देश में अच्छी गुणवत्ता वाले चिकित्सा उपकरणों की कमी है। इस बात का अंदाजा सबको है कि हेल्थ केयर के लोगों के लिए ऐसी जरूरी चीजें कितनी आवश्यक है।

देश में कई डॉक्टर और उनके सहयोगियों को भी Covid-19 के रोगियों का इलाज करते हुए खुद संक्रमण फैल गया है। बता दें कि दिल्ली में बड़ी संख्या में डॉक्टर, नर्स व स्वास्थ्य कर्मी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। अब तक 31 स्वास्थ्यकर्मी इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। इसके बाद अस्पतालों में स्वास्थ्य कर्मियों के बचाव के लिए की गई व्यवस्था पर डॉक्टर व नर्सिंग संगठन सवाल खड़े कर रहे हैं। उनका कहना है कि अस्पतालों में स्वास्थ्य कर्मियों को पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्वीपमेंट), एन-95 मास्क पर्याप्त संख्या में उपलब्ध कराया जाना चाहिए। अस्पतालों में पीपीई व एन-95 मास्क की कमी होने की बात कही जा रही है।

बात अगर आंध्र प्रदेश की करे तो यहां कोरोना वायरस के अब तक 304 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 296 मामले एक्टिव हैं। 5 लोगों को ठीक करके घर भेजा जा चुका है और तीन लोगों की मृत्यु हो चुकी है।  वहीं, देश में कोरोना वायरस के केस 5000 पहुंचने वाले हैं। अभी देश में 4383 एक्टिव मामले हैं।

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