इस साल हज पर नहीं जाएंगे भारतीय लोग, सऊदी के अनुरोध पर सरकार का फैसला - नकवी

केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि भारत सरकार ने फैसला किया है कि हज 2020 के लिए भारत से लोगों को सऊदी अरब नहीं भेजा जाएगा।

By TaniskEdited By: Publish:Tue, 23 Jun 2020 11:50 AM (IST) Updated:Tue, 23 Jun 2020 11:50 AM (IST)
इस साल हज पर नहीं जाएंगे भारतीय लोग, सऊदी के अनुरोध पर सरकार का फैसला - नकवी
इस साल हज पर नहीं जाएंगे भारतीय लोग, सऊदी के अनुरोध पर सरकार का फैसला - नकवी

नई दिल्ली, पीटीआइ। केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि भारत सरकार ने फैसला किया है कि हज 2020 के लिए भारत से लोगों को सऊदी अरब नहीं भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस (COVID-19) सऊदी अरब ने इस साल हज पर यात्रियों को नहीं भेजने का अनुरोध किया। इसके बाद हज यात्रा पर लोगों को नहीं भेजने का फैसला लिया गया। गौरतलब है कि सऊदी अरब ने कहा है कि इस साल की हज को रद नहीं किया जाएगा, लेकिन कोरोना वायरस के कारण 'बहुत सीमित संख्या' में लोगों को यहां आने की अनुमति दी जाएगी।

नकवी ने कहा कि सऊदी अरब के हज और उमराह मंत्री मोहम्मद सालेह बिन ताहेर बेन्तेन को कल रात फोन किया था और इस साल हज के लिए भारत से  हज यात्रियों को नहीं भेजने का सुझाव दिया। इस फैसले का सम्मान करते हुए फैसला लिया गया कि इस साल हज पर भारतीय यात्रियों को नहीं भेजा जाएगा। भारत और सऊदी ने 1 दिसंबर, 2019 को द्विपक्षीय हज 2020 समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।

अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के इस साल हज करने पर रोक

समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार सऊदी अरब ने सोमवार को कहा कि उसने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के इस साल हज करने पर रोक लगा दी है। यह फैसला कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर लिया गया है। इस दौरान कहा गया कि वर्तमान में देश में रह रहे विभिन्न देशों के लोगों को इसमें शामिल होने की अनुमति दी जाएगी। सऊदी सरकार के एक बयान में कहा गया है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से सुरक्षित हज यात्रा सुनिश्चित करने के लिए कि यह निर्णय लिया गया है।

इस साल जुलाई के अंत में शुरू होगी यात्रा

हालांकि, सरकार ने यह जानकारी नहीं दी कि कितने लोगों को भाग लेने की अनुमति दी जाएगी। वार्षिक हज यात्रा जुलाई के अंत में इस साल शुरू होनी है। हर साल हज के लिए सऊदी अरब के मक्का में आमतौर पर दुनियाभर से 20 लाख के करीब मुस्लिम जुटते हैं। 

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