भ्रम पैदा करती है मीडिया, निर्णय प्रक्रिया से रखें दूर: मनोहर पार्रिकर

गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर ने मीडिया पर एक बार फिर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पारदर्शिता बेहतर है, लेकिन मीडिया को इस प्रक्रिया और विचार-विमर्श से दूर रखना चाहिए क्योंकि यह भ्रम पैदा करने में लगी रहती है। उन्होंने कहा कि निर्णय प्रक्रिया बंद दरवाजे में ठीक है। पार्रिकर ने रविवार को सीआइआइ द्वारा आ

By Edited By: Publish:Sun, 21 Sep 2014 08:18 PM (IST) Updated:Sun, 21 Sep 2014 08:18 PM (IST)
भ्रम पैदा करती है मीडिया, निर्णय प्रक्रिया से रखें दूर: मनोहर पार्रिकर

पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर ने मीडिया पर एक बार फिर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पारदर्शिता बेहतर है, लेकिन मीडिया को इस प्रक्रिया और विचार-विमर्श से दूर रखना चाहिए क्योंकि यह भ्रम पैदा करने में लगी रहती है। उन्होंने कहा कि निर्णय प्रक्रिया बंद दरवाजे में ठीक है।

पार्रिकर ने रविवार को सीआइआइ द्वारा आयोजित 'नॉलेज कनेक्ट प्रोजेक्ट' कार्यक्रम में कहा कि पारदर्शिता की भी अपनी सीमाएं होती हैं और मीडिया को नीतिगत निर्णय की प्रक्रिया में शामिल करने के बजाय अंतिम निष्कर्ष और फैसले के बारे में ही बताना चाहिए। उन्होंने कहा, 'कई मौकों पर लोग सिर्फ इसलिए बोलते हैं कि उन्हें टीवी पर दिखना होता है, लेकिन बाद में उन्हें महसूस होता है कि जो बात उनके दिमाग में थी उसे तो वह रख ही नहीं पाए।'

पार्रिकर ने कहा कि संगोष्ठियों या विचार-विमर्श के जरिये आमतौर पर वास्तविक निष्कर्ष नहीं निकल पाता है, क्योंकि उसमें भाग लेने वाले लोग प्राय: मीडिया के इशारों पर चलने लगते हैं। उनके मुताबिक ज्ञान मंथन सीमित दायरे या बंद दरवाजे में ही होना चाहिए। बता दें कि पार्रिकर पहले भी मीडिया पर सवाल उठा चुके हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने परीक्षा देने के लिए 75 फीसद उपस्थिति की अनिवार्यता को गोवा विश्वविद्यालय के अधिकारियों के समक्ष उठाने की भी बात कही।

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