नेट न्यूट्रलिटी पर लोगों को जवाब देगा ट्राई

दूरसंचार नियामक ट्राई उन लोगों को जवाब देगा, जिन्होंने फ्री बेसिक के समर्थक टेंपलेट के जरिये टिप्पणियां कीं। ट्राई ने नेट न्यूट्रलिटी के एक मुद्दे डाटा शुल्क में अंतर को लेकर एक परामर्श पत्र के जरिये कुछ खास सवाल पूछे हैं।

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Thu, 31 Dec 2015 09:14 PM (IST) Updated:Fri, 01 Jan 2016 05:52 AM (IST)
नेट न्यूट्रलिटी पर लोगों को जवाब देगा ट्राई

नई दिल्ली। दूरसंचार नियामक ट्राई उन लोगों को जवाब देगा, जिन्होंने फ्री बेसिक के समर्थक टेंपलेट के जरिये टिप्पणियां कीं। ट्राई ने नेट न्यूट्रलिटी के एक मुद्दे डाटा शुल्क में अंतर को लेकर एक परामर्श पत्र के जरिये कुछ खास सवाल पूछे हैं।

भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकार (ट्राई) के चेयरमैन आरएस शर्मा ने बताया कि प्राधिकरण को अब तक करीब 18.27 लाख प्रतिक्रियाएं मिल चुकी हैं। इनमें से 8.9 लाख फोन और 5.44 लाख फ्री बेसिक समर्थकों की फेसबुक मेल के जरिये प्रतिक्रियाएं मिली हैं, लेकिन टिप्पणियों में नियामक की ओर से पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया गया।

नियामक को ऐसी 3.81 लाख टिप्पणियां भी मिली हैं, जिन्होंने नेट न्यूट्रलिटी का समर्थक होने का दावा किया है। शर्मा ने बताया कि हालांकि ये टिप्पणियां भी टेंपलेट फार्म में हैं लेकिन इन्हें जवाब देने की जरूरत नहीं है। नियामक को टेंपलेट टिप्पणियों के अलावा 12 हजार संदेश भी प्राप्त हुए हैं।

ट्राई ने जवाबी टिप्पणी करने की तारीख बढ़ाकर 14 जनवरी निधार्रित की है। पहले इसकी समयसीमा सात जनवरी तय थी। ट्राई ने अपने पेपर में नेट न्यूट्रलिटी शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है। इसमें जीरो रेटिंग प्लेटफार्म का विस्तार से जिक्र किया गया है।

इस मुद्दे पर देश भर में बड़ी बहस छिड़ी हुई है। ट्राई ने यह समयसीमा ऐसे समय बढ़ाने का फैसला किया, जब सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने अपने फ्री बेसिक इंटरनेट सेवा के लिए बड़े पैमाने पर अभियान छेड़ रखा है।

मिस्र में फ्री बेसिक सेवा बंद

भारत में फ्री बेसिक और नेट न्यूट्रलिटी को लेकर छिड़ी बहस के बीच मिस्र ने अपने यहां फेसबुक की विवादास्पद फ्री इंटरनेट सेवा को बंद करने का फैसला किया है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, अधिकारियों ने अभी तक इसकी वजह नहीं बताई है।

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