शहरों के शौचालय बनेंगे आदर्श, लोगों की भागीदारी से आदर्श सार्वजनिक शौचालयों की मुहिम को आगे बढ़ाने पर जोर

आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के स्वच्छ भारत मिशन-शहरी के पहले चरण की रूपरेखा तैयार लोगों की भागीदारी से आदर्श सार्वजनिक शौचालयों की मुहिम को आगे बढ़ाने पर जोर कमियों को दूर कर हर शौचालय को बनाया जाएगा सुंदर शहरों के स्थानीय निकायों में होगी टास्क फोर्स

By Jagran NewsEdited By: Publish:Fri, 02 Dec 2022 10:11 PM (IST) Updated:Fri, 02 Dec 2022 10:11 PM (IST)
शहरों के शौचालय बनेंगे आदर्श, लोगों की भागीदारी से आदर्श सार्वजनिक शौचालयों की मुहिम को आगे बढ़ाने पर जोर
हर नागरिक को स्वच्छता का दूत बनाकर शहरों के टायलेटों का कायाकल्प किया जाएगा।

मनीष तिवारी, नई दिल्ली : अगर शहरी निकायों ने रस्म अदायगी के बजाय अपना काम सही तरह किया तो आपके शहर के शौचालय न तो गंदगी का दूसरा नाम होंगे और न उनकी साफ-सफाई बोझ साबित होगी। हर नागरिक को स्वच्छता का दूत बनाकर शहरों के टायलेटों का कायाकल्प किया जाएगा। उनमें सफाई होगी, सीट बदली जाएगी, पुरानी-टूटी टाइलें हटेंगी, वाल पेंटिंग और चित्रकारी होगी। आवास और शहरी कार्य मंत्रालय के स्वच्छ भारत मिशन-शहरी में शहरों के टायलेटों का रूप-स्वरूप बदलने का पूरा खाका तैयार किया गया है। अब यह शहरों के स्थानीय निकायों पर है कि वे केंद्र सरकार की लगभग सौ प्रतिशत फंडिंग वाले इस मिशन को जमीन पर सही तरह उतारें-खास तौर पर साफ-सफाई की निगरानी को लेकर।

शहर में टायलेट्स 2.0 अभियान का पहला चरण चलाया जाएगा

सार्वजनिक शौचालयों को आदर्श रूप देने की मुहिम को जनांदोलन बनाने के लिए तैयार रूपरेखा के तहत टायलेट्स 2.0 अभियान का पहला चरण पीपल फॉर टायलेट्स थीम पर आधारित है। इस अभियान में शहरों के स्थानीय निकाय टास्क फोर्स बनाएंगे। यह टास्क फोर्स सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों की कमियों को दूर करके उन्हें सुंदर बनाएगी। आशंका सिर्फ इसलिए बरकरार है क्योंकि अधिकतर योजनाओं में शहरी निकायों की भूमिका कठघरे में रही है। खासकर तब जबकि वित्तीय बोझ उनके सिर आता है। इसी खातिर इस योजना का अधिकतर वित्तीय बोझ केंद्र ने अपने सिर उठाया है। इस मुहिम में पुराने शौचालयों का स्वरूप बदलकर उन्हें इस्तेमाल करने योग्य आदर्श सार्वजनिक शौचालय में परिवर्तित किया जाएगा।

सफाई के लिए अधिकारी लेंगे जनता का साथ 

पहले चरण में देश भर के हर शहर में स्थानीय निकायों के अधिकारी स्वच्छ और सुरक्षित शौचालयों की व्यवस्था बनाए रखने के लिए जनता को साथ जोड़ेंगे। शहर स्तर पर टास्क फोर्स के रूप में जागरूकता पैदा करने, शौचालयों की कमियां पता करने, मरम्मत कार्यों की निगरानी में जनप्रतिनिधियों, सफाई कर्मियों, आरडब्लूए, मार्केट एसोसिएशन, छोटे हाउसिंग ग्रुप, वालेंटियरों और पूर्व अफसरों की मदद ली जाएगी। स्थानीय निकायों में संबंधित एजेंसियां दोबारा पेंटिंग से लेकर खराब लाइटें ठीक करने और नई शीट लगाने का काम करेंगी। इस काम के लिए स्थानीय निकाय अपना बजट भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

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