इस पहल से हर दिन बचेगा 60 लाख लीटर पानी

जल संस्थान लोगों के टॉयलेट के फ्लश सिस्टम में डालेगा रेत से भरी बोतल...

By Srishti VermaEdited By: Publish:Fri, 26 May 2017 10:53 AM (IST) Updated:Fri, 26 May 2017 10:53 AM (IST)
इस पहल से हर दिन बचेगा 60 लाख लीटर पानी
इस पहल से हर दिन बचेगा 60 लाख लीटर पानी

जागरण संवाददाता (देहरादून)। जल संचय-जल संरक्षण दिवस पर उत्तराखंड जल संस्थान ने भी नई पहल की है। इसके तहत संस्थान ने 20 लाख तक की आबादी वाले देहरादून जिले में टॉयलेट के माध्यम से हर दिन करीब 60 लाख लीटर पीने योग्य पानी बचाएगा। इसके लिए प्लास्टिक की बोतलों में रेत भरकर उन्हें टॉयलेट के फ्लशिंग सिस्टम में डाला जाएगा। जल संस्थान के आंकड़ों के अनुसार देहरादून जिले में औसतन एक व्यक्ति दिन में कम से कम तीन बार टॉयलेट का इस्तेमाल करता है।

एक बार टॉयलेट यूज करने के बाद फ्लश करने पर पांच से दस लीटर पानी बर्बाद हो जाता है। अब जल संस्थान ने ‘जल संचय-जल संरक्षण’ अभियान के तहत एक लीटर क्षमता वाली कोल्ड ड्रिंक्स की खाली बोतलें एकत्रित करनी शुरू कर दी हैं। प्रत्येक बोतल को जल संस्थान की ओर से रेत से भरा जा रहा है। इसके साथ ही विभाग जागरुकता अभियान चलाकर इन बोतलों को लोगों से अपने टॉयलेट के फ्लशिंग सिस्टम में डालने की अपील करेगा। एक लीटर की ये बोतल जब सिस्टम में डाली जाएगी तो उसमें एक लीटर पानी कम आएगा। जब व्यक्ति टॉयलेट के बाद फ्लश करेगा तो एक बार में एक लीटर पानी की बच होगी। इसी तरह से करीब 20 लाख की आबादी वाले जिले में एक दिन के भीतर 60 लाख लीटर बचाया जा सकेगा।

60 हजार लोगों के होंगे हलक तर: हर दिन बचने वाले इस 60 लाख लीटर पानी को यदि जल संस्थान की ओर से संकटग्रस्त इलाकों में बांटा जाए तो ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के करीब 60 हजार लोगों को पानी की किल्लत से निजात मिल सकेगी।

दून में भी चलेगा जागरुकता अभियान
सरकारी दफ्तरों के बाद जल संस्थान की ओर से उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए भी अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान टीम गली-मुहल्लों में पहुंचेगी और लोगों से अपने टॉयलेट में इन बोतलों का इस्तेमाल करने की अपील करेगी।

सरकारी दफ्तरों से होगी शुरुआत
जल संस्थान अपने इस अभियान की शुरुआत सरकारी दफ्तरों से करेगा। हालांकि, अब तक अधिकारियों की ओर से सचिवालय व मुख्यमंत्री आवास के करीब 70 टॉयलेट में ये बोतलें डाल दी गई हैं। अब बाकी कार्यालयों के लिए अभियान चलाया जाएगा।

जल संस्थान ने इस मुहिम पर काम शुरू कर दिया है। जब लोगों को इस कार्य से होने वाली पानी की बचत के बारे में जानकारी मिलेगी तो वह निश्चित रूप से इस अपील को स्वीकार करेंगे।’- एसके गुप्ता, मुख्य महाप्रबंधक, जल
संस्थान

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