जरूर करें इन सब्जियों और मसालों का उपयोग, इनके औषधीय गुण कैंसर को रखते हैं दूर

हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाजार में सहजता से उपलब्ध कुछ खास खाद्य पदार्थों में कैंसर रोधी गुण होते हैं। इसलिए इनके सेवन से कैंसर के खतरे को कम करना मुमकिन है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Publish:Sat, 09 Mar 2019 02:55 PM (IST) Updated:Sat, 09 Mar 2019 03:04 PM (IST)
जरूर करें इन सब्जियों और मसालों का उपयोग, इनके औषधीय गुण कैंसर को रखते हैं दूर
जरूर करें इन सब्जियों और मसालों का उपयोग, इनके औषधीय गुण कैंसर को रखते हैं दूर

कीर्ति सिंह। कैंसर एक ऐसी खतरनाक बीमारी है, जिसके मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। यह कहा जाता है कि बीमारी के इलाज से बेहतर है कि हम समय रहते उससे बचाव सुनिश्चत करें। चूंकि खानपान का हमारे स्वास्थ्य से सीधा ताल्लुक है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाजार में सहजता से उपलब्ध कुछ खास खाद्य पदार्थों में कैंसर रोधी गुण होते हैं। इसलिए इनके सेवन से कैंसर के खतरे को कम करना मुमकिन है...

टमाटर
अक्सर लोग सब्जी और अन्य व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने के लिए टमाटर का इस्तेमाल करते हैं, पर इसके फायदे उससे कहीं अधिक हैं। विभिन्न शोध-अध्ययनों से यह बात सामने आई है कि टमाटर के सेवन से पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम होता है। इसमें लाइकोपीन नामक तत्व प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो इसकी लाल रंगत के लिए जिम्मेदार होने के साथ ही इसे कैंसर रोधी गुणों से भरपूर बनाता है। टमाटर चटनी और सलाद के रूप में अधिकाधिक इस्तेमाल किया जाता है।

वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर इसे पकाकर खाया जाए तो शरीर लाइकोपीन तत्व को बेहतर तरीके से एब्जार्ब करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि बेहतर रहेगा कि प्रोसेस्ड खाद्य पदार्र्थों जैसे टोमैटो सॉस, केचप इत्यादि का प्रयोग करने की जगह घर में पकाई हुई टमाटर की खट्टी-मीठी चटनी का इस्तेमाल करें। इससे शरीर को भरपूर मात्रा में लाइकोपीन प्राप्त होगा।

बीन्स
आजकल बाजार में विभिन्न प्रकार की बीन्स सरलता से उपलब्ध हो जाती हैं। इन्हें अपने आहार में शामिल करके कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। हेल्थ एक्सपट्र्स के मुताबिक इनमें ऐसे फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं, जो शरीर की कोशिकाओं को ऐसी किसी भी क्षति से सुरक्षित रखते हैं, जिसकी वजह से कैंसर होता है। इस संबंध में किए गए शोध-अध्ययनों से यह बात भी सामने आई कि इनके सेवन से कैंसर कोशिकाएं बढ़ने की रफ्तार भी धीमी होती है। इसके अलावा इनमें डाइटरी फाइबर, प्रोटीन, विटामिंस और मिनरल्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। फलस्वरूप इनके सेवन से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और कोलेस्ट्राल का स्तर बेहतर होता है।

हरी पत्तेदार सब्जियां
संतुलित आहार का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं हरी पत्तेदार सब्जियां। सरसों, सोयामेथी, पालक, सलाद पत्ता, केल इत्यादि हरी पत्तेदार सब्जियों में फोलेट, फाइबर, बीटा कैरोटिन, ल्यूटिन और कैरोटोनॉयड्स इत्यादि पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। ये तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही मुंह, पैनक्रियाज, फेफड़े और पेट के कैंसर का खतरा भी कम करते हैं। यही नहीं एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने व दिल की बीमारी का खतरा कम करने में भी मदद करता है।

लाल अंगूर
गर्मी की दस्तक के साथ ही बाजार में अंगूर की आवक बढ़ जाती है। इस रसीले फल का सेवन न सिर्फ मजेदार स्वाद, बल्कि औषधीय गुणों के चलते भी लाभकारी माना जाता है। खासकर लाल अंगूर के छिलके में रेसव्राट्रोल नामक एक विशेष एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। यह तत्व कैंसर कोशिकाओं की उत्पत्ति और उन्हें फैलने से रोकता है। अमेरिका के नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट ने अपने अध्ययनों के जरिए इस बात की पुष्टि की है कि रेसव्राट्रोल नामक तत्व कई प्रकार के कैंसर की कोशिकाओं को फैलने से रोकने में मददगार है।

ग्रीन टी
फिटनेस को लेकर सजग लोगों का फेवरेट पेय पदार्थ है ग्रीन टी। शरीर को डिटॉक्स करने और मेटाबॉलिज्म तेज करने संबंधी इसके फायदों से हम सभी परिचित हैं, पर इसकी एक खासियत यह भी है कि इसमें कैंसर रोधी गुण भी होते हैं। साथ ही इसमें प्रचुर मात्रा में पॉलीफेनॉल्स नामक एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो इनफ्लेमेशन को कम करने और कैंसर से लड़ने में मदद करते हैं। विभिन्न शोध-अध्ययनों से यह बात निकलकर सामने आई है कि ग्रीन टी का सेवन ब्रेस्ट कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा कम करता है।

लहसुन
स्वाद के चलते लहसुन का इस्तेमाल व्यंजनों में प्रमुखता से किया जाता है। इसमें अनेक औषधीय गुण भी समाए हैं। विभिन्न शोध-अध्ययनों से यह बात साबित हो चुकी है कि लहसुन में कैंसर रोधी तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। लहसुन का नियमित सेवन भोजन नली, पेट और प्रोस्टेट के कैंसर का खतरा कम करता है। लहसुन में एलीसिन नामक एक्टिव कंपाउंड पाया जाता है, यह तत्व कैंसर कोशिकाओं की उत्पत्ति और उनको फैलने से रोकने में मदद करता है। यही नहीं लहसुन का नियमित दिल संबंधी खतरे कम करने में मदद करता है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट तत्व हमारे शरीर की कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से रोकते हैं।

बेरीज
स्ट्राबेरीज और रैस्पबैरीज में एलेजिक एसिड नामक फाइटोकेमिकल प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट कैंसर की बीमारी से लड़ने में मदद करता है। यह फाइटोकेमिकल कैंसर उत्पन्न करने वाले तत्वों को निष्क्रिय करता है और कैंसर कोशिकाओं की ग्रोथ को धीमा करता है। यही नहीं बेरीज में पाए जाने फ्लेवोनॉयड्स मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद होते हैं। इनका सेवन याददाश्त को बेहतर बनाने के साथ ही हमें तनाव और अवसाद जैसी परेशानियों से मुक्त रखता है।

काली मिर्च
सब्जी, सलाद या सैंडविच का जायका बढ़ाने में लोग काली मिर्च का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं। इसके औषधीय गुण भी कुछ कम नहीं हैं। कालीमिर्च में एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज से युक्त केमिकल कंपाउंड पिपराइन पाया जाता है। अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ मिशीगन के शोधकर्ताओं का कहना है कि काली मिर्च के सेवन से ब्रेस्ट ट्यूमर की कैंसर कोशिकाओं में कमी आने की बात सामने आई है। इसके सेवन से स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान नहींहोता है। काली मिर्च में मौजूद विटामिंस और अनेक एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मददगार साबित होते हैं।

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