मुझे मेरी बेटी चाहिए, लव जेहाद में फंसाकर कराया उसका धर्म परिवर्तन

लड़की के परिजन ने मीडिया के सामने लड़के वालों पर जबरदस्ती निकाह कराने और धर्म परिवर्तन का आरोप लगाया है

By Arti YadavEdited By: Publish:Tue, 29 May 2018 07:06 AM (IST) Updated:Tue, 29 May 2018 11:11 AM (IST)
मुझे मेरी बेटी चाहिए, लव जेहाद में फंसाकर कराया उसका धर्म परिवर्तन
मुझे मेरी बेटी चाहिए, लव जेहाद में फंसाकर कराया उसका धर्म परिवर्तन

ग्वालियर (नईदुनिया)। मध्य प्रदेश के मुंगावली का कथित लव जिहाद मामला ग्वालियर पहुंच गया है। लड़की कोर्ट के आदेश पर ग्वालियर के नारी निकेतन में रह रही है। मामले में लड़की के परिजन ने जहां मीडिया के सामने लड़के वालों पर जबरदस्ती निकाह कराने और धर्म परिवर्तन का आरोप लगाया है, वहीं लड़के वालों ने कोर्ट में याचिका दायर कर लड़की को अपनी बहू बताते हुए परिवार को सौंपने की मांग की है। जैन समुदाय गुरुवार को मामले को लेकर प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहा है। इधर, लड़के वालों की याचिका हाई कोर्ट ने खारिज कर दी।

यह है मामला

पिछले दिनों अशोक नगर जिला मुख्यालय से 50 किमी दूर मुंगावली कस्बे के एक जैन परिवार की युवती और मुस्लिम परिवार के युवक के लापता होने के बाद मुंगावली पुलिस ने युवती के अपहरण का मामला दर्ज किया था। एसपी तिलक सिंह ने युवक पर पांच हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। पुलिस ने युवती को हैदराबाद से 18 मई को बरामद किया। युवक जेल में है।

31 को रैली निकालकर देंगे ज्ञापन

मामले में लड़की के पिता संजीव जैन के साथ ब्रह्मचारी विजय, ब्रह्मचारी अजय ने ग्वालियर में प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मेरी बेटी आठ मई को नाना, नानी के साथ अपने मामा के घर पुणे जा रही थी। रात दो बजे मोहम्मद आदिल निवासी मुंगावली उसे अपने साथ ले गया। यहां से वह हैदराबाद पहुंचे। हैदराबाद में वक्फ बोर्ड ने गलत तरीके से बेटी का धर्म परिवर्तन कराकर निकाह करा दिया। मुस्लिम समाज द्वारा जो लव जेहाद चलाया जा रहा है, मेरी बेटी को उसी का शिकार बनाया गया है। बेटी इस समय ग्वालियर नारी निकेतन में है। मेरी बेटी मुझे वापस मिले और लव जेहाद पर रोक लगाई जाए। 31 मई को फूलबाग से संभागीय आयुक्त कार्यालय तक इस मामले में रैली निकालकर संभागीय आयुक्त को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा।

दिवंगत मां को जीवित बता सरनेम हुसैन लिखा

संजीव जैन ने कहा कि तेलंगाना और मप्र के एक्ट में प्रावधान है कि धर्म परिवर्तन कराते समय कलेक्टर की इजाजत लेनी होती है, लेकिन इसमें कलेक्टर से इजाजत भी नहीं ली गई। साथ ही धर्म परिवर्तन के समय बेटी की मां को जीवित दिखाया गया है, जबकि उनकी मौत कैंसर से आठ माह पहले हो चुकी है। मां का नाम भारती जैन है उसे भी परिवर्तित कर भारती हुसैन लिखाया गया है। जैन ने बताया कि बेटी ने नारी निकेतन में परिजनों एवं अधिकारियों से मिलने से मना कर दिया है, जिसके कारण परिजन भी उससे मुलाकात नहीं कर पा रहे हैं।

वह परिवार की बहू है, उसे हमें सौंपा जाए

हाई कोर्ट की युगलपीठ ने उस बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें लड़के के पिता मोहम्मद सलीम ने कहा था कि उसकी बहू को नारी निकेतन में गलत तरीके से रखा गया है। उसे मुझे सौंपा जाए। मालूम हो, निकाह के बाद युवती का नाम आबिदा बेगम रखा गया।

chat bot
आपका साथी