भारत, सिंगापुर व थाईलैंड की नौसेनाओं ने पोर्ट ब्लेयर में शुरू किया पहला संयुक्त अभ्यास

तीनों देशों के बीच सतह व वायु में होने वाले युद्धाभ्यासों के तहत तोप व बंदूक चलाने सुरक्षा बलों की रक्षा के उपाय व संचार अभ्यास आदि का भी आयोजन किया जाएगा।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Mon, 16 Sep 2019 11:50 PM (IST) Updated:Mon, 16 Sep 2019 11:52 PM (IST)
भारत, सिंगापुर व थाईलैंड की नौसेनाओं ने पोर्ट ब्लेयर में शुरू किया पहला संयुक्त अभ्यास
भारत, सिंगापुर व थाईलैंड की नौसेनाओं ने पोर्ट ब्लेयर में शुरू किया पहला संयुक्त अभ्यास

नई दिल्ली, प्रेट्र। पोर्ट ब्लेयर में भारत, सिंगापुर व थाईलैंड का पहला संयुक्त त्रिपक्षीय युद्धाभ्यास सोमवार को शुरू हो गया। उधर, भारतीय सेना व रॉयल थाईलैंड आर्मी का संयुक्त युद्धाभ्यास मैत्री-2019 का भी मेघालय के उमरोई में आगाज हुआ। फॉरेन ट्रेनिंग नोड (JTN) में शुरू हुए इस द्विपक्षीय वार्षिक युद्धाभ्यास का उद्देश्य जंगल व शहरी क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियान के लिए सैन्य टुकडि़यों को प्रशिक्षित करना है।

नौसेना के बयान के अनुसार, इस युद्धाभ्यास में सिंगापुर का गाइडेड मिसाइल जहाज आरएसएन टेनासियस और थाईलैंड का गाइडेड मिसाइल जहाज हिज मैजेस्ट्रीज थाईलैंड शिप (HMTS) क्रबुरी तथा भारत की तरफ से गाइडेड मिसाइल विध्वंसक जहाज रणवीर, मिसाइल क्षमता वाला जंगी जहाज कोरा, समुद्र में पैट्रोलिंग करने वाला जहाज सुकन्या तथा लॉन्ग रेंज समुद्री टोही विमान पी8आइ हिस्सा लेंगे।

समुद्री चरण का आयोजन 18 से 20 सितंबर तक
पोर्ट ब्लेयर में बंदरगाह चरण के दौरान पेशेवर अदलाबदली व एक दूसरे के जहाजों पर जाकर परिचय आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। समुद्री चरण का आयोजन 18 से 20 सितंबर तक किया जाएगा। इसमें सतह व वायु में होने वाले युद्धाभ्यासों के तहत तोप व बंदूक चलाने, सुरक्षा बलों की रक्षा के उपाय व संचार अभ्यास आदि का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान तीनों देशों की सेनाएं एक दूसरे का अनुभव साझा करेंगी। पांच दिवसीय इस अभ्यास का उद्देश्य तीनों देशों के बीच समुद्री संबंधों को मजबूत करना है।

भारत और थाईलैंड के बीच युद्धाभ्यास
उधर, सेना ने एक बयान में बताया, मेघालय के उमरोई में भारत व थाईलैंड की टुकड़ियां व्याख्यान, अभ्यास, प्रदर्शन, तकनीक व प्रक्रिया आदि के माध्यम से आतंकवाद विरोधी अभियान के लिए प्रशिक्षण के दौरान अपने अनुभव साझा करेंगी। इसका समापन 48 घंटे लंबे संयुक्त युद्धाभ्यास से होगा। इसमें आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान सैनिकों के नियोजन व क्रियान्वयन के संयुक्त कौशल का प्रदर्शन किया जाएगा। मैत्री-2019 का आयोजन वर्ष 2006 में भारत तथा थाईलैंड के बीच हुए द्विपक्षीय समझौते के तहत किया जा रहा है।

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