शीला को मिला वफादारी का इनाम, अब होंगी केरल की महामहिम

दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को केरल का राज्यपाल बनाया जा रहा है। खुद दीक्षित ने ऐसी सूचना की पुष्टि करने से फौरी तौर पर इन्कार किया लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने हरी झंडी दे दी है और उनकी नियुक्ति की अधिसूचना किसी भी वक्त जारी की जा सकती है। यदि ऐसा हुआ तो यह तय है कि दिल्ली की क

By Edited By: Publish:Tue, 04 Mar 2014 10:23 PM (IST) Updated:Wed, 05 Mar 2014 10:08 AM (IST)
शीला को मिला वफादारी का इनाम, अब होंगी केरल की महामहिम

नई दिल्ली [अजय पांडेय]। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को केरल का राज्यपाल बनाया जा रहा है। खुद दीक्षित ने ऐसी सूचना की पुष्टि करने से फौरी तौर पर इन्कार किया लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने हरी झंडी दे दी है और उनकी नियुक्ति की अधिसूचना किसी भी वक्त जारी की जा सकती है। यदि ऐसा हुआ तो यह तय है कि दिल्ली की कांग्रेसी सियासत एक नई करवट लेगी।

सूबे में लगातार 15 वर्षो तक कांग्रेस की सरकार चलाने वाली दीक्षित को राज्यपाल पद की जिम्मेदारी दिया जाना इस बात का संकेत है कि अब सक्रिय राजनीति में उनकी भूमिका खत्म हो जाएगी। लेकिन सियासी पंडितों का यह भी मानना है कि कांग्रेस हाईकमान ने सत्ता से बाहर हो चुकी शीला को राजभवन पहुंचाकर उन्हें उनकी पार्टी के प्रति वफादारी का इनाम दिया है।

राज्यपाल की नई भूमिका को लेकर पूछने पर दीक्षित ने कहा कि उन्हें अब तक इस बारे में कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। लिहाजा, वह इस बारे में कोई प्रतिक्रिया भी नहीं देना चाहेंगी।

बता दें कि केरल के राज्यपाल निखिल कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके बिहार के औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही है। उन्हीं की जगह पर दीक्षित को नया राज्यपाल बनाया जा रहा है।

कर्नाटक के राज्यपाल हंसराज भारद्वाज को नए राज्यपाल के पदभार ग्रहण करने तक के लिए अतिरक्ति जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल बीएल जोशी को दूसरी बार राज्यपाल बनाया गया है।

सूत्रों ने बताया कि लोकसभा चुनाव की अधिसूचना बुधवार को जारी कर दिए जाने के आसार हैं, लिहाजा दीक्षित की नियुक्ति से संबंधित सरकारी अधिसूचना मंगलवार देर रात तक ही जारी कर दिए जाने की उम्मीद है।

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