शीना बोरा हत्याकांडः पुलिस की शिथिलता की होगी जांच

सनसनीखेज शीना बोरा हत्याकांड में रायगढ़ के तत्कालीन एसपी आरडी शिंदे भी संदेह के घेरे में आ गए हैं । 2012 में शीना का शव मिला था, लेकिन तब रायगढ़ पुलिस ने ना तो हत्या और ना ही हादसे का कोई भी केस दर्ज किया। यहां तक कि जले हुए

By Sudhir JhaEdited By: Publish:Sat, 29 Aug 2015 08:20 PM (IST) Updated:Sun, 30 Aug 2015 02:55 AM (IST)
शीना बोरा हत्याकांडः पुलिस की शिथिलता की होगी जांच

मुंबई। सनसनीखेज शीना बोरा हत्याकांड में रायगढ़ के तत्कालीन एसपी आरडी शिंदे भी संदेह के घेरे में आ गए हैं । 2012 में शीना का शव मिला था, लेकिन तब रायगढ़ पुलिस ने ना तो हत्या और ना ही हादसे का कोई भी केस दर्ज किया। यहां तक कि जले हुए शव का पोस्टमॉर्टम भी नहीं कराया गया और शव को उसी दिन जंगल में ही दफना दिया गया था।

महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक संजीव दयाल ने आज कहा कि यदि किसी की लापरवाही पाई गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कोंकण रेंज के आइजी को जांच का आदेश दिया गया है। उन्हें देखना है कि उस वक्त रायगढ़ पुलिस ने क्यों कोई केस दर्ज नहीं किया था?

जांच में खामियों की जांच करेंगे हक :

रायगढ़ के मुख्यालय अलीबाग में पुलिस अधीक्षक सुवेज हक ने बताया कि 2012 में रायगढ़ पुलिस ने कोई केस दर्ज नहीं किया था। उन्हें तब की जांच में बरती गई सभी खामियों की जांच सौंपी गई है। उन्होंने अपने वरिष्ठ आइजी (कोंकण) को एक तथ्यपरक रिपोर्ट भेज दी है। जांच जल्द से जल्द पूरी की जाएगी।

-रायगढ़ के जंगल में 23 मई 2012 में जला मिला था शीना का शव

-उस समय कोई केस दर्ज नहीं हुआ था

-मुंबई के जेजे अस्पताल को भेजा था शव के अवशेषों के नमूने।

-अस्पताल से जांच रिपोर्ट नहीं मिली

पुलिस ने कार बरामद की :

इस बीच पुलिस को शीना बोरा मर्डर केस की जांच में अहम सुराग मिले हैं। सूत्रों के मुताबिक मुंबई पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल कार भी बरामद कर ली है। यह वही कार है, जो शीना की हत्या के लिए इस्तेमाल की गई थी। दूसरी ओर, पुलिस को खुदाई में मिली शव की हड्डियों को फारेंसिक जांच के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट का इंतजार है।

शीना-राहुल की सगाई से दुखी थी इंद्राणी :

पुलिस सूत्रों के अनुसार इंद्राणी के तीसरे पति पीटर मुखर्जी के बेटे राहुल और इंद्राणी की पहले पति सिद्धार्थ दास से हुई बेटी शीना ने 2011 में सगाई कर ली थी। सगाई देहरादून में राहुल की मां शबनम के घर पर हुई थी। इंद्राणी इसमें शामिल नहीं हुई थीं और दुखी थी। वह नहीं चाहती थी कि ऐसा हो, क्योंकि यदि शादी हो जाती तो पीटर की जायदाद के हकदार शीना व राहुल हो जाते, जबकि इंद्राणी विधि को चाहती थी। वह उसे अपनी संपत्ति से वंचित नहीं होते देखना चाहती थी।

गणेश ने सबसे पहले देखा था शव

रायगढ़ की पेन तहसील के गागोडे गांव के जंगल में शीना का शव सबसे पहले ग्रामीण गणेश ढेणे ने 23 मई 2012 को देखा था। शीना की हत्या 24 अप्रैल 2012 को हुई थी। गणेश ने ही सबसे पहले पूरी तरह से एक जला हुआ शव देखा था। पुलिस ने शव के सैंपल लेकर उसे वहीं दफना दिया था। उस समय गणेश वहीं मौजूद था।

पढ़ेंः राहुल और शीना ने 2011 में कर ली थी सगाई!

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