जिस सीरियल किलर को पुलिस नहीं कर पायी गिरफ्तार उसे ग्रामीणों ने धर दबोचा

सात लोगों को मौत के घाट उतार उनके शवों को छिपाने सीरियल किलर अरण चंद्राकर को रविवार सुबह मोहल्ले के लोगों ने ही धर दबोचा।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Sun, 03 Feb 2019 08:05 PM (IST) Updated:Sun, 03 Feb 2019 08:05 PM (IST)
जिस सीरियल किलर को पुलिस नहीं कर पायी गिरफ्तार उसे ग्रामीणों ने धर दबोचा
जिस सीरियल किलर को पुलिस नहीं कर पायी गिरफ्तार उसे ग्रामीणों ने धर दबोचा

राज्य ब्यूरो, रायपुर। सात लोगों को मौत के घाट उतार उनके शवों को छिपाने सीरियल किलर अरण चंद्राकर को रविवार सुबह मोहल्ले के लोगों ने ही धर दबोचा। वह साधु के वेश में फरारी काट रहा था। अरण ने छह हत्याएं रायपुर में और एक दुर्ग के नंदिनी में की थी। रायपुर में हुई हत्याओं में दोषी पाए जाने पर उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। एक मई 2018 को दुर्ग कोर्ट में पेशी के लिए ले जाते समय पुलिस को चकमा देकर वह हथकड़ी समेत फरार हो गया था।

ऐसे पकड़ा गया सीरियल किलर 

एएसपी सिटी प्रफुल्ल ठाकुर ने बताया कि रविवार को अरण की बेटी का जन्मदिन था। महाराष्ट्र के गोंदिया में वह साधु बनकर फरारी काट रहा था। बेटी का जन्मदिन मनाने के लिए वह आया था। इसी दौरान मोहल्ले के युवक अनिकेत ध्रुव और अरण की साली ने उसे देख लिया। खबर फैलते ही मोहल्ले के लोगों ने उसे दबोच लिया और पुलिस को सूचना दे दी।

जनवरी 2012 में हुआ था मामले का पर्दाफाश 

गौरतलब है कि जनवरी 2012 में कुकुरबेड़ा से एक बच्ची की गुमशुदगी की जांच के दौरान इन हत्याकांड का पर्दाफाश हुआ था। उसने पत्नी लिली चंद्राकर, मामा ससुर संजय, साला अखिल देवार, उसकी पत्नी पुष्पा देवांगन की हत्या कर उनके शवों को घर के एक कमरे में दफना दिया था। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में उसने तीन और हत्याओं का पर्दाफाश किया था। उसने अपने पिता, हीरापुर बस्ती निवासी मकान मालिक बहादुर सिंह और दुर्ग के नंदनी में भी एक महिला को मौत के घाट उतारा था। अरण की निशानदेही पर पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से मृतकों के कंकाल बरामद किए थे।

निठारी हत्याकांड दिमाग पर था हावी 

सीरियल किलर अरण के दिमाग पर नोएडा का निठारी हत्याकांड हावी था। वह अकसर इसी हत्याकांड से जुड़ी खबर टीवी पर देखता रहता था। पहली हत्या के बाद उसे जिस-जिस पर भी मामले का पर्दाफाश कर देने का शक होता, उसे मौत के घाट उतार देता था। उसे लगता था कि शव किसी को नहीं मिलेगा तो उसे कोई नहीं पकड़ पाएगा। यह बातें उसने पहली बार हुई गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को दिए बयान में कही थी। आरोपित ने कुछ लोगों को तो बेहोशी की हालत में ही जिंदा दफना दिया था। पिता को ट्रेन से धक्का दे दिया था।

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