India-China Tension: चीन के खिलाफ संघ के अभियान को मिल रहा अंतरराष्ट्रीय समर्थन

संघ के इस अभियान में 31 मई तक देश में कुल 79446 लोग जुड़े थे तो 17 जून तक यह कारवां बढ़ते हुए 401580 लोगों तक पहुंच गया है। यह अभियान 5 जुलाई तक चलेगा।

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Fri, 19 Jun 2020 07:07 AM (IST) Updated:Fri, 19 Jun 2020 07:07 AM (IST)
India-China Tension: चीन के खिलाफ संघ के अभियान को मिल रहा अंतरराष्ट्रीय समर्थन
India-China Tension: चीन के खिलाफ संघ के अभियान को मिल रहा अंतरराष्ट्रीय समर्थन

जेएनएन, नई दिल्ली। कोरोना महामारी और लद्दाख में हिमाकत के कारण चीन के खिलाफ उपजे आक्रोश में चीनी वस्तुओं के बहिष्कार का अभियान जोर पकड़ गया है। इसके लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हस्ताक्षर अभियान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक समर्थन मिल रहा है। विश्व हिंदू परिषद ने चीनी वस्तुओं के बहिष्कार की अपील की है।

संघ के आनुषांगिक संगठन स्वदेशी जागरण मंच 25 मई से ही चीनी वस्तुओं के बहिष्कार और स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने के संकल्प के साथ हस्ताक्षर अभियान चला रहा है। 22 हजार से अधिक स्वदेशी वालंटियर्स लोगों को जागरूक करने में जुटे हैं। मंच के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख दीपक शर्मा ने बताया कि अभियान को 20 से अधिक देशों के लोगों का समर्थन मिला है तो देश के 700 से अधिक जिलों में भी इसने जोर पकड़ लिया है।

चार लाख लोगों ने चीनी वस्तुओं के बहिष्कार का संकल्प लिया

देश में बुधवार तक चार लाख से अधिक लोगों ने हस्ताक्षर कर चीनी वस्तुओं के बहिष्कार का संकल्प लिया है तो अमेरिका, आस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी, जापान और नेपाल जैसे 20 से अधिक देशों के 1,430 निवासी भी इससे जुड़ते हुए चीन को सबक सीखाने का फैसला लिया है। 31 मई तक देश में कुल 79,446 लोग जुड़े थे तो 17 जून तक यह कारवां बढ़ते हुए 4,01,580 लोगों तक पहुंच गया है। यह अभियान 5 जुलाई तक चलेगा।

 अभियान में 100 से अधिक संगठन कर रहे सहयोग

दीपक शर्मा ने बताया कि अभियान में 100 से अधिक संगठन सहयोग कर रहे हैं। रोजाना 35 से 38 हजार नए रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं। मंच के राष्ट्रीय संगठन मंत्री कश्मीरी लाल ने कहा कि चार लाख लोग अंशकालिक रूप से प्रचार करेंगे। श्रीश्रीरविशंकर, माता अमृतानंदमयी, गायत्री परिवार सहित कई संत महात्माओं ने इस अभियान का समर्थन किया है।

एकल अभियान के संस्थापक व आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक श्यामजी गुप्त ने कहा, अभी स्थिति यह है कि हर एक घर में चीन की उपस्थिति दर्ज है। उसे कम करना ही होगा। भले स्वदेशी सामान खरीदने में ज्यादा रुपये लगे, परंतु जब आप खरीदने लगेंगे तो उत्पाद की लागत भी कम आएगी।

घर- घर जाकर चीन के खिलाफ अलख जगाएंगे

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि सामंतवादी व विस्तारवादी भूख अब चीन को कहीं का नहीं छोड़ेगी। अक्साई चीन भारत का था और रहेगा, यह हमारा दृढ़ संकल्प है। उन्होंने बताया कि चीन के दुस्साहस के खिलाफ विहिप कार्यकर्ताओं ने अलग-अलग तरीकों से देशव्यापी विरोध प्रदर्शन प्रारंभ कर दिया है। विहिप तथा उसकी युवा शाखाएं (बजरंग दल व दुर्गा वाहिनी) के कार्यकर्ता घर- घर जाकर चीन के खिलाफ अलख जगाएंगे।

chat bot
आपका साथी