मुसलमानों पर रविशंकर के बयान से बढ़ा सियासी पारा

कांग्रेस और माकपा के साथ एआइएमआइएम के नेता असाददुदीन ओवैसी ने कानून मंत्री पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा नहीं बल्कि संविधान ने सुरक्षा और सम्मान का यह हक प्रदान किया है।

By Sachin BajpaiEdited By: Publish:Sat, 22 Apr 2017 07:35 PM (IST) Updated:Sat, 22 Apr 2017 07:42 PM (IST)
मुसलमानों पर रविशंकर के बयान से बढ़ा सियासी पारा
मुसलमानों पर रविशंकर के बयान से बढ़ा सियासी पारा

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली । मुसलमानों के वोट नहीं देने के बावजूद उन्हें सुरक्षा और सम्मान देने के कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के बयान से राजनीतिक विवाद गरम हो गया है। विपक्षी दलों ने रविशंकर को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि केंद्रीय मंत्री के तौर पर उनका बयान आपत्तिजनक है। कांग्रेस और माकपा के साथ एआइएमआइएम के नेता असाददुदीन ओवैसी ने कानून मंत्री पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा नहीं बल्कि संविधान ने सुरक्षा और सम्मान का यह हक प्रदान किया है।

कांग्रेस ने प्रसाद के बयान को भाजपा की अल्पसंख्यक समुदाय के प्रति खास अलग नजरिये का प्रतीक बताते हुए कहा कि कानून मंत्री के रुख से साफ है कि उनकी पार्टी देश के बहुलवादी लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखती। पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांग्रेस नेता शकील अहमद और सलमान खुर्शीद ने रविशंकर के बयान को अनुचित करार दिया। शकील अहमद ने कहा कि भाजपा को लगता है कि जब मुसलमान उसे वोट नहीं देते तो फिर मुख्तार अब्बास नकवी और शहनवाज हुसैन जैसे मुस्लिम नेताओं को दिखावे के लिए रखने का क्या औचित्य है, बेहतर होगा भाजपा इन्हें अपनी पार्टी से बाहर कर दे। वहीं सलमान खुर्शीद ने कानून मंत्री को आत्मनिरीक्षण करने की नसीहत देते हुए कहा कि जब भाजपा को लगता है कि मुसलमान उसे वोट नहीं देते तो ऐसी बात करने की बजाय उसे इसके पीछे क्या कारण हैं इस पर गौर करना चाहिए।

यह भी पढ़ें:  रविशंकर प्रसाद ने कहा, पश्चिम बंगाल में भी जल्द खिलेगा कमल

माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने भी प्रसाद पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि उनका बयान सरकार के मंत्री के नाते शोभा नहीं देता। उन्होंने कहा कि कानून मंत्री का यह दावा कि भाजपा सुरक्षा और सम्मान दे रही है हास्यास्पद है क्योंकि सभी नागरिकों को संविधान ने यह मूलभूत गारंटी दी है और इसे सुनिश्चित करना किसी भी सरकार की पहली जवाबदेही।

औवेसी ने भी येचुरी की तरह ही बेबाक राय जाहिर करते हुए प्रसाद पर सवाल दागा और कहा कि हमने सुरक्षा और सम्मान दिया में हम कहने वाली भाजपा कौन होती है? ओवेसी ने कहा कि यह हक तो संविधान ने दिया है। इस बीच विवाद गरमाने पर रविशंकर प्रसाद ने टिव्ट के जरिए साफ किया कि वे देश की विविधिता में विश्वास रखते हैं और मोदी सरकार देश के समावेशी समाज में विश्वास करती है।

chat bot
आपका साथी