नया पंबन पुल व रेलवे लाइन बनाकर रामसेतु को मुख्यभूमि से जोड़ने का फैसला

तमिलनाडु में पुराने पंबन पुल के स्थान पर नए पुल के निर्माण का निर्णय लिया गया है।

By Manish NegiEdited By: Publish:Mon, 24 Dec 2018 10:29 PM (IST) Updated:Mon, 24 Dec 2018 10:29 PM (IST)
नया पंबन पुल व रेलवे लाइन बनाकर रामसेतु को मुख्यभूमि से जोड़ने का फैसला
नया पंबन पुल व रेलवे लाइन बनाकर रामसेतु को मुख्यभूमि से जोड़ने का फैसला

संजय सिंह, नई दिल्ली। राममंदिर के निर्माण को लेकर उठ रही मांग के बीच सरकार में तो चुप्पी है, लेकिन रामसेतु पर कदम बढ़ने लगा है। तमिलनाडु में पुराने पंबन पुल के स्थान पर नए पुल के निर्माण का निर्णय लिया गया है। इसके साथ तूफान में तबाह हो चुकी रेलवे लाइन भी फिर से बिछाई जाएगी। सोमवार को रेल मंत्रालय ने इन परियोजनाओं को विशेष मंजूरी दी है। इनके पूरा होने पर रामसेतु पहुंचना आसान हो जाएगा।

मौजूदा पंबन पुल तमिलनाडु में मुख्य भूमि (मंडपम) को रामेश्वरम से जोड़ता है, जहां से धनुषकोडि में रामसेतु तक रास्ता जाता है। पंबन पुल 1914 में यातायात के लिए खोला गया था। इसकी विशेषता यह है कि इसके ऊपर से ट्रेनें और नीचे से जलपोत गुजर सकते हैं। यह पुल अब अपनी आयु पूरी कर चुका है। इसके आगे रामेश्वरम तक की 17.20 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन 1964 में आए समुद्री तूफान में पहले बह गई थी। तबसे किसी भी सरकार ने उसे दोबारा बनाने की जरूरत नहीं समझी। अब इन दोनो का एक साथ निर्माण होगा। इसमें पुल पर ढाई सौ करोड़ व रेलवे लाइन पर सवा दौ सौ करोड़ के खर्च का अनुमान है।

रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुल का निर्माण आधुनिकतम प्रौद्योगिकी से होगा, जिनका इस्तेमाल केवल यूरोप में हुआ है। मसलन, पुराने पुल से इतर नए पुल में बीच का हिस्सा लिफ्ट की भांति सीधा ऊपर-नीचे होगा। ताकि ऊंचे जहाज भी आसानी से गुजर सकें। इसके लिए पुल की ऊंचाई तीन मीटर अधिक रखी जाएगी। पुराने पुल को खोलने-बंद करने की प्रक्रिया मैन्युअल है। जबकि नए पुल का संचालन पूर्णत: ऑटोमैटिक होगा।

पुराने की भांति नए पुल को भी सिंगल के साथ भविष्य में डबल लाइन योग्य बनाया जाएगा। नए पुल पर डीजल के अलावा विद्युतीकृत गाडि़यों का संचालन भी संभव होगा। जनवरी से पुल निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी। जबकि पांच वर्ष में इसके पूरा होने की आशा है।

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