यूपीः स्कूल बना भैंसों का तबेला, कक्षाओं में अनाज की बोरियां

उत्तर प्रदेश में शिक्षा का क्या स्तर है इसकी एक बानगी बलिया में देखने को मिली। यहां के एक प्राथमिक विद्यालय में न तो छात्र दिखते और न ही शिक्षक। अगर इस विद्यालय में कोई दिखता है तो वो हैं भैंसें। जी हैं इस विद्यालय में भैंसें बांधी जाती हैं।

By anand rajEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2015 08:39 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2015 10:00 AM (IST)
यूपीः स्कूल बना भैंसों का तबेला, कक्षाओं में अनाज की बोरियां

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में शिक्षा का क्या स्तर है इसकी एक बानगी बलिया में देखने को मिली। यहां के एक प्राथमिक विद्यालय में न तो छात्र दिखते और न ही शिक्षक। अगर इस विद्यालय में कोई दिखता है तो वो हैं भैंसें। जी हैं इस विद्यालय में भैंसें बांधी जाती हैं। इतना ही नहीं क्लास रूम में अनाज की बोरियां भी रखी जाती हैं। अगर आपको विश्वास नहीं हो रहा है तो आप इन तस्वीरों को देखर खुद ही अंदाजा लगा लीजिए।

ये तस्वीर बलिया जिले के रेवती गांव की है।

ये प्राथमिक विद्यालय बलिया के रेवती जनपद में स्थित है। तस्वीरों में आप साफ देख सकते हैं। इस विद्यालय के चहार दीवारी से सटे भैंसों का तबेला बनाया गया है। ये तबेला स्कूल की जमीन पर जबर्दस्ती कब्जा कर बनाया गया है। इतना ही नहीं, कई बार तो स्कूल के भीतर भी मवेशियों को बांध दिया जाता है, जिससे वहां के छात्रों और शिक्षकों को काफी दिक्कतें होती हैं।

इस दूसरी तस्वीर को देख कर आप सोच रहे होंगे कि यह किसी का घर है जहां अनाज की बोरियां रखी गई हैं। अगर आप ऐसा सोच रहे हैं तो ये गलत है। दरअसल ये किसी के घर का कमरा नहीं बल्कि क्लास रूम है। ये क्लास रूम भी रेवती के उस प्राथमिक विद्यालय का हिस्सा है, जहां स्कूल के भीतर और बाहर भैंसों का तबेला बनाया गया है।

उत्तर प्रदेश में शिक्षा के इस मंदिर का हाल ऐसा तब है जब प्रदेश के शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी भी इसी जिले से संबंध रखते हैं। बावजूद इसके यहां के स्कूलों में इस तरह के दृश्य देखने को मिल रहे हैं। अब आप खुद ही अंदाजा लगा लीजिए कि प्रदेश में शिक्षा का क्या स्तर है।

ये भी पढ़ेंः स्कूल में अश्लील फिल्म देख रहे थे प्रधानाचार्य व शिक्षक, बर्खास्त

ये भी पढ़ेंः गुजरात और राजस्थान से बेहतर है उत्तर प्रदेश : आजम

chat bot
आपका साथी