'मन की बात' में बोले मोदी- न्यू इंडिया के विजन से होगा भव्य भारत का निर्माण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिए देश को संबोधित किया।

By Kishor JoshiEdited By: Publish:Sun, 26 Mar 2017 07:44 AM (IST) Updated:Sun, 26 Mar 2017 07:18 PM (IST)
'मन की बात' में बोले मोदी- न्यू इंडिया के विजन से होगा भव्य भारत का निर्माण
'मन की बात' में बोले मोदी- न्यू इंडिया के विजन से होगा भव्य भारत का निर्माण

नई दिल्ली (जेएनएन)।  प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज आकाशवाणी से 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए कई विषयों पर अपने विचार साझा किए। अपने कार्यक्रम की शुरुआत में पीएम ने बांग्लादेश के नागरिकों  को उनके स्वतंत्रता दिवस (26 मार्च) की शुभकामनायें  दी। उन्होंने कहा, '26 मार्च को बांग्लादेश का स्वतंत्रता दिवस है, बंग -बंधु के नेतृत्व में बांग्लादेशी जनता की अभूतपूर्व विजय पर मैं बांग्लादेश के भाइयों-बहनों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाए देता हूं। '  

मन की बात कार्यक्रम के मुख्य बिंदु भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु के बलिदान की गाथा को हम शब्दों में अलंकृत भी नहीं कर पाएँगे। देश के युवाओं से अनुरोध है जब भी समय मिले भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की समाधि पर जरूर जाएं। रवीन्द्रनाथ टैगोर, उनकी यादें, भारत और बांग्लादेश की साझी विरासत हैं। भारत - बांग्लादेश का एक मज़बूत साथी है, हम कंधे-से-कंधा मिलाकर पूरे क्षेत्र की शांति, सुरक्षा और विकास में अपना योगदान देते रहेंगे। भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु  - ये तीनों वीर आज भी हम सबकी प्रेरणा हैं। यह चंपारण सत्याग्रह का शताब्दी वर्ष है। भारत की आज़ादी के आंदोलन में, गांधी विचारशैली का प्रकट रूप पहली बार चंपारण में नजर आया। आज से ठीक सौ साल पहले महात्मा गाँधी ने चंपारण सत्याग्रह किया था। यह चंपारण सत्याग्रह की शताब्दी का वर्ष है। सार्वजनिक जीवन की शुरुआत करने वालों के लिए चंपारण सत्याग्रह  अध्ययन का विषय है।  सार्वजनिक जीवन की शुरुआत कैसे की जा सकती है, खुद कितना परिश्रम करना होता है यह हम गांधीजी से सीख सकते हैं। सर्वजन हिताय – सर्वजन सुखाय’ इस मूल मन्त्र को ले करके, देश के लिये, उन महापुरुषों के सपनों को साकार करेगा। न्यू इंडिया न सरकारी कार्यक्रम है और न ही किसी राजनैतिक दल का घोषणापत्र। न्यू इंडिया सवा- सौ करोड़ देशवासियों का आह्वान है। सवा-सौ करोड़ देशवासियों की ये बदलाव की चाह, बदलाव का प्रयास ही है जो न्यू इंडिया की मजबूत नींव डालेगा। बदलाव की चाह, बदलाव का प्रयास  ही न्यू इंडिया की मजबूत नींव डालेगा। न्यू इंडिया सवा-सौ करोड़ देशवासियों का आह्वान है। हर नागरिक अपने नागरिक धर्म और कर्तव्य का पालन करे, यही अपने आप में न्यू इंडिया की एक अच्छी शुरुआत बन सकता है। सभी देशवासी अगर संकल्प करें और मिलकर कदम उठाते चलें, तो न्यू इंडिया का सपना हमारे सामने सच हो सकता है। ब्लैक मनी के खिलाफ लड़ाई आगे बढ़ाने के लिए देशवासी एक वर्ष में 2500 करोड़ डिजिटल लेन-देन करने का संकल्प कर सकते हैं क्या? मैं आपको निमंत्रण देता हूं कि स्वराज से सुराज की इस यात्रा में हम सभी जीवन को अनुशासित कर, संकल्पबद्ध करके जुड़े। इससे आप देश की सेवा करते हुए ब्लैक मनी, भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लड़ाई के एक वीर सैनिक बन सकते हैं।  नोटबंदी के बाद से डिजिटल पेमेंट के अलग-अलग तरीक़ों में काफ़ी वृद्धि देखने को मिली है। काले धन, भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लड़ाई को हमें आगे बढ़ाना है। 14 अप्रैल को बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्म-जयंती पर इस डिजि-मेला का समापन होने वाला है। जब से स्वच्छता के आन्दोलन की शुरुआत हुई है, जागरूकता आई है। मुझे विश्वास है कि देश की नई पीढ़ी में, विद्यार्थियों में स्वच्छता का जो भाव जगा है, यह एक अच्छे परिणाम का संकेत है। स्वच्छता आंदोलन से ज्यादा आदत से जुड़ी हुई होती है। ये आदत बदलने का आंदोलन है। काम कठिन है, लेकिन करना है। मैं चाहता हूं, देशवासियों के मन में गंदगी के प्रति गुस्सा हो, जब गुस्सा होगा तब हम गंदगी के खिलाफ़ कदम उठाएंगे। 17 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस है। इस बार इसकी थीम डिप्रैशन है। डिप्रैशन के सपर्शैन की बजाए एक्सप्रैशन की जरूरत है। अपने मित्रों-परिजनों के बीच और अभिभावकों के साथ, खुल कर के कहिए आपको क्या हो रहा है। जो स्वयं डिप्रैशन महसूस करता है, वो भी कुछ बोलता नहीं, क्योंकि वो थोड़ी शर्मिंदगी महसूस करता है। सेवा-भाव से लोगों की मदद करिए, उनके सुख-दुःख को बांटिए, आप देखना, आपके भीतर का दर्द यूं ही मिटता चला जाएगा। परिवार के किसी भी सदस्य  को अकेलेपन का शिकार न होने दें। आपके मन में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के संबंध में कोई सुझाव हों, तो नमो एप के माध्यम से अपने सुझाव मुझे ज़रूर भेजें। 21 जून अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का तीसरा वर्ष होगा, आप अभी से तैयारी कीजिए और लाखों की तादाद में सामूहिक योग उत्सव मनाइए। दो दिन के बाद चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, वर्ष प्रतिपदा, नव संवत्सर, इस नववर्ष के लिये आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

कार्यक्रम का हिन्‍दी में प्रसारण समाप्‍त होने के तुरंत बाद  क्षेत्रीय भाषाओं में इसका प्रसारण आकाशवाणी से किया जाएगा।  आपको बता दें कि 'मन की बात' एक ऐसा रेडियो कार्यक्रम है जिसके जरिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  हर महीने के अंतिम रविवार को देश के नागरिकों को संबोधित करते हैं। मन की बात कार्यक्रम का यह तींसवा संस्करण है और इसका पहला प्रसारण 3 अक्तूबर 2014 को किया गया था।

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