पाक की अदालत ने माना भारतीय लड़की है गीता

पाकिस्तानी अदालत ने मूक-बधिर गीता को भारतीय युवती मानते हुए सरकार को भारत भेजने के लिए राजनयिक पहल करने के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने भारत के उच्चायुक्त से संपर्क करने लिए कहा है, ताकि गीता को शीघ्र भारत भेजा जा सके। ऐसे में गीता के भारत आने की संभावना

By Amit MishraEdited By: Publish:Thu, 03 Sep 2015 10:02 PM (IST) Updated:Thu, 03 Sep 2015 10:08 PM (IST)
पाक की अदालत ने माना भारतीय लड़की है गीता

पानीपत, जागरण संवाददाता। पाकिस्तानी अदालत ने मूक-बधिर गीता को भारतीय युवती मानते हुए सरकार को भारत भेजने के लिए राजनयिक पहल करने के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने भारत के उच्चायुक्त से संपर्क करने लिए कहा है, ताकि गीता को शीघ्र भारत भेजा जा सके। ऐसे में गीता के भारत आने की संभावना बढ़ कर गई है और वर्षो की बिछड़ी गीता अपने माता-पिता से मिल सकेगी।

पानीपत के वकील मोमिन मलिक की याचिका पर कराची की उत्तरी जिला एवं मानवाधिकार आयोग की संयुक्त अदालत में गुरुवार को सुनवाई हुई। गीता द्वारा दर्ज कराए गए बयान के आधार पर कोर्ट ने माना कि वह भारतीय लड़की है। इसलिए उसको भारत भेजा जाना चाहिए। इसके लिए कोर्ट ने पाकिस्तान सरकार को राजनयिक प्रयास करने के आदेश दिए हैं। साथ ही भारत के उच्चायुक्त से संपर्क करने के लिए कहा है।

एडवोकेट मोमिन मलिक ने बताया कि पाकिस्तानी अदालत के आदेश की कॉपी लेकर भारत के उच्चायुक्त और पाकिस्तान के उच्चायुक्त के पास जाएंगे। उनसे गीता को भारत भेजने का आग्रह करेंगे। मोमिन ने अदालत परिसर में गीता से मुलाकात भी की। मलिक ने उसे भरोसा दिलाया कि वह उसकी कानूनी लड़ाई लड़ेंगे और उसके माता-पिता से मिलाएंगे।

मोमिन मलिक ने लगभग 20 दिन पहले भारतीय उच्चायुक्त को पत्र लिखकर गीता मामले में कानूनी मदद देने के साथ-साथ उसे गोद लेने की भी पेशकश करते हुए रक्षाबंधन पर राखी बंधवाने के लिए पाकिस्तान जाने की घोषणा की थी। उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की और रक्षाबंधन पर गीता से राखी बंधवाने के लिए पाकिस्तान गए, लेकिन इदही ट्रस्ट ने उन्हें गीता से मिलने नहीं दिया।

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