खुले में पेशाब करने को मजबूर हैं इस कॉलेज की करीब 500 छात्राएं

अमीरपेट में 40 साल पुराने श्रीमती दुर्गाबाई देशमुख वुमन्‍स टेक्‍निकल ट्रेनिंग इंस्‍टीट्यूट के परिसर में एक भी टॉयलेट नहीं है।

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Publish:Wed, 24 Feb 2016 01:54 PM (IST) Updated:Wed, 24 Feb 2016 02:45 PM (IST)
खुले में पेशाब करने को मजबूर हैं इस कॉलेज की करीब 500 छात्राएं

हैदराबाद। अमीरपेट में 40 साल पुराने श्रीमती दुर्गाबाई देशमुख वुमन्स टेक्निकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के परिसर में एक भी टॉयलेट नहीं है। नतीजतन यहां पढ़ने वाली 476 लड़कियों को खुले में पेशाब करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

प्राइवेसी के नाम पर वे अपने साथ एक पतला डुपट्टा लेकर जाती हैं, जिसे चारों ओर लपेट लेती हैं। यहां पढ़ने वाली छात्राओं ने बताया कि उन्होंने इस बारे में कई बार प्रिसिंपल से शिकायत की है, लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है।

इस बारे में कॉलेज के आर्किटेक्चर डिपार्टमेंट के पूर्व हेड एम नागराज ने बताया कि उन्होंने पिछले नवंबर में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और राज्य महिला एवं कल्याण विभाग को पत्र लिखा था। मगर, उन्हें अभी तक इसका जवाब नहीं मिला है।

पत्र में उन्होंने लिखा था कि संस्थान में एक भी टॉयलेट काम का नहीं है। न तो उनकी नियमित सफाई होती है और न ही वहां कोई सुविधा है। टॉयलेट के लिए लड़कियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

छात्राओं की समस्या यहीं खत्म नहीं होती है। संस्थान के आस-पास हर कोने पर कचरे का ढेर पड़ा रहता है। इसकी बदबू के कारण छात्राएं पढ़ाई में ध्यान नहीं लगा पाती हैं।

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