यूके के चिंता जताने के बाद भारत के शीर्ष अधिकारी ने कहा- वैक्सीन प्रमाणपत्र के साथ कोई समस्या नहीं

राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सीईओ आरएस शर्मा ने कहा कि कोविन ऐप या वैक्सीन प्रमाणन प्रक्रिया के साथ कोई समस्या नहीं है। एक संशोधित यूके एडवाइजरी के बाद कोविशील्ड को एक वैध वैक्सीन के रूप में स्वीकार किया गया।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 04:18 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 05:29 PM (IST)
यूके के चिंता जताने के बाद भारत के शीर्ष अधिकारी ने कहा- वैक्सीन प्रमाणपत्र के साथ कोई समस्या नहीं
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सीईओ आरएस शर्मा ने कहा

 नई दिल्ली, एजेंसी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सीईओ आरएस शर्मा ने कहा कि कोविन ऐप या वैक्सीन प्रमाणन प्रक्रिया के साथ कोई समस्या नहीं है। एक संशोधित यूके एडवाइजरी के बाद कोविशील्ड को एक वैध वैक्सीन के रूप में स्वीकार किया गया, लेकिन कहा गया कि दो टीके लगाने वाले भारतीयों को अभी भी क्‍वारंटीन करना होगा क्योंकि टीकाकरण प्रमाणन पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

They haven’t expressed any concern. UK High Commissioner visited me on Sept 2,they wanted to understand technical aspects.After that their team visited twice for technical level conversations with our technical team: Dr RS Sharma, CEO National Health Authority to ANI

(File pic) pic.twitter.com/ygsiiO1fJb

— ANI (@ANI) September 22, 2021

नवीनतम गाइडलाइन में चार सूचीबद्ध वैक्सीन के फार्मूलेशन के बारे में बताया गया है, जिसमें एस्ट्राजेनेका कोविशील्ड, एस्ट्राजेनेका वैक्सजेवरिया और मॉडर्ना टेकेडा को मान्यता प्राप्त टीके के तौर पर बताया गया है। ब्रिटिश सरकार ने कहा है कि हम भारत सरकार के साथ बातचीत कर रहे हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि हम भारत में एक प्रासंगिक सार्वजनिक स्वास्थ्य निकाय द्वारा टीके लगाए गए लोगों के लिए ब्रिटेन की प्रमाणन की मान्यता का विस्तार कैसे कर सकते हैं।

डॉ आरएस शर्मा ने कहा कि कोविन पर प्रमाणीकरण के साथ कोई समस्या नहीं है। प्रणाली पूरी तरह से WHO के अनुरूप है। हम अंतररराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन के साथ चर्चा जारी रखे हुए हैं। यूके के उच्चायुक्त ने दो सितंबर को मुझसे मुलाकात की थी। वे सिस्टम के तकनीकी पहलू को समझना चाहते थे। उन्होंने समझाया कि एक संसाधन आवंटित किया गया है और उनकी टीम के साथ दो और बातचीत हुई है। ये तकनीकी स्तर की बातचीत थीं।

सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला द्वारा उस खंड का स्वागत किया गया है, जिसमें कोविशील्ड को सुविधा दी गई है। पूनावाला ने बताया कि वह मान्यता से मिलने खुश हैं, लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि यात्रा और क्‍वारंटीन का मामला हल नहीं हुआ है। 

भारत यूके की 'एम्बर' सूची में कोविड प्रभावित देशों में अभी भी उन देशों की सूची में नहीं है, जहां से यूके पहुंचने वाले लोग 10 दिवसीय क्‍वारंटीन से बच सकते हैं। विशेष रूप से 'अंबर' सूचीबद्ध देशों से आने वाले लोगों के लिए 'पूरी तरह से टीकाकरण नहीं' के दिशा-निर्देशों के लिए 10 दिनों के लिए घर पर क्‍वारंटीन और कम से कम दो भुगतान किए गए कोविड टेस्‍ट की आवश्यकता होती है।

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