CDS बिपिन रावत के अधीन होंगे दो संयुक्त और 13 उप सचिव, सरकारी सूत्रों ने दी जानकारी

रक्षा मंत्रालय के अधीन बने नए सैन्य मामलों के नव-निर्मित विभाग में दो संयुक्त सचिव 13 उप सचिव और 22 अंडर सचिव होंगे।

By Ayushi TyagiEdited By: Publish:Fri, 10 Jan 2020 11:53 AM (IST) Updated:Fri, 10 Jan 2020 11:53 AM (IST)
CDS बिपिन रावत के अधीन होंगे दो संयुक्त और 13 उप सचिव, सरकारी सूत्रों ने दी जानकारी
CDS बिपिन रावत के अधीन होंगे दो संयुक्त और 13 उप सचिव, सरकारी सूत्रों ने दी जानकारी

नई दिल्ली, एएनआइ। रक्षा मंत्रालय के अधीन बने नए सैन्य मामलों के नव-निर्मित विभाग के प्रमुख बिपिन रावत की अध्यक्षता में दो संयुक्त सचिव, 13 उप सचिव और 22 अंडर सचिव होंगे।  सरकारी सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है। बता दें कि सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ होंगे। वह तीनों सेनाओं के बीच तालमेल बैठाएंगे।

 

क्या होगी जिम्मेदारी 

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की जिम्मेदारी तीनों सेनाओं से जुड़े मामलों में रक्षामंत्री को सलाह देने की होगी। अब से सीडीएस ही रक्षामंत्री के प्रमुख सैन्य सलाहकार है। सैन्य सेवाओं से जुड़ें विशेष मामलों में तीनों सेनाओं के चीफ पहले के ही जैसे रक्षामंत्री को सलाह देते रहेंगे।

तीन साल तर रहे सेना प्रमुख

सीडीएस के पद पर जनरल रावत की नियुक्ति 31 दिसंबर, 2019 से प्रभावी हो गई है। तीन साल पहले उन्हें सेना प्रमुख बनाया गया था। 30 दिसंबर 2019 को वह अपने पद से रिटायर हो गए थे। तीन साल तक सेना प्रमुख रहते हुए जनरल रावत चीन, पाकिस्तान और पूर्वोत्तर में भारत की सीमारेखा पर जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं। सीडीएस के तौर पर जनरल रावत देश के सर्वोच्च रक्षा अधिकारी बन गए हैं। तीनों सेनाओं के सेना प्रमुख उनके अंडर काम करेंगे। सीधे तौर पर सीडीएस रक्षा मंत्री को सपोर्ट करेंगे। 

कारगिल के समय से होती रही है सीडीएस पोस्ट की मांग

सेना प्रमुख के तौर पर उनका कार्यकाल 30 दिसंबर को समाप्त हो गया है। जानकारी के लिए बता दें कि कारगिल युद्ध के समय से सीडीएस पोस्ट की मांग होती रही है। उसी समय सीडीएस के लिए सिफारिश की गई थी। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा था कि इससे तीनों सेनाओं के बीच बेहतर तरीके से तालमेल बैठाया जा सकता है। साथ ही युद्ध की स्थिति में अच्छे तरह से रणनीती तैयार की जा सकती है। 

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