कोरोना से ठीक होने के 28 दिन बाद लिया जाए ब्‍लड, एनबीटीसी ने जारी किए नए दिशा-निर्देश

नेशनल ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल ने कहा है कि कोरोना संक्रमण से मुक्त होने या होम आइसोलेशन खत्म होने के 28 दिन बाद ही किसी का रक्त संग्रह किया जाना चाहिए।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Tue, 30 Jun 2020 12:08 AM (IST) Updated:Tue, 30 Jun 2020 12:08 AM (IST)
कोरोना से ठीक होने के 28 दिन बाद लिया जाए ब्‍लड, एनबीटीसी ने जारी किए नए दिशा-निर्देश
कोरोना से ठीक होने के 28 दिन बाद लिया जाए ब्‍लड, एनबीटीसी ने जारी किए नए दिशा-निर्देश

नई दिल्ली, पीटीआइ। नेशनल ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल (एनबीटीसी) ने रक्त संग्रह को लेकर नया दिशा-निर्देश जारी किया है। इसमें इसने कहा है कि कोविड-19 संक्रमण से मुक्त होने या होम आइसोलेशन खत्म होने के 28 दिन बाद ही किसी व्यक्ति का रक्त संग्रह किया जाना चाहिए। कोविड-19 महामारी के दौरान अपने दूसरे अंतरिम निर्देश में इसने कहा है कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति में स्वस्थ हो चुके व्यक्ति का प्लाज्मा चढ़ाने के लिए व्यवस्था का पालन किया जाना चाहिए।

एनबीटीसी ने कहा कि कोविड-19 के मरीज का प्लाज्मा से इलाज अभी क्लिनिकल ट्रायल के दौर में है और सार्स-सीओवी-2 के इलाज में इसका प्रभाव अभी साबित नहीं हो पाया है। कोविड-19 रोगियों में क्लिनिकल ट्रायल के तहत प्लाज्मा संग्रह के लिए दाता का चयन ड्रग कंट्रोलर जनरल और सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन द्वारा अनुमोदित प्रोटोकॉल के अनुसार होना चाहिए। एनबीटीसी ने इस साल मार्च में पहली अंतरिम सिफारिश जारी की थी।

इसने कहा है कि कोविड-19 रोगियों के नियमित उपचार के लिए प्लाज्मा का उपयोग वर्तमान में अनुशंसित नहीं है। जब सक्षम निकायों द्वारा उपचार के इस रूप का प्रभाव स्थापित हो जाएगा, तब कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों से प्लाज्मा संग्रह के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। इसने सेवाओं के सुरक्षित कामकाज पर जोर दिया है। सुरक्षा बनाए रखने के लिए एनबीटीसी ने ब्लड बैंकों और शिविर आयोजकों से उन दाताओं को बाहर करने का आग्रह किया, जो जोखिम की श्रेणी में हैं। 

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