जब नमो-नवाज हेलीकॉप्टर पर बैठे, जानिए- तब क्या थी अफसरों की चिंता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पाकिस्तान यात्रा को लेकर एक और रोचक खुलासा हुआ है। जब पाकिस्तानी सेना ने बताया कि मोदी भी शरीफ के ही हेलीकॉप्टर में बैठकर उनके घर तक जाएंगे, तब जाकर भारतीय अधिकारियों की जान में जान आई।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पाकिस्तान यात्रा के रोचक खुलासे जारी हैं। अब जानकारी सामने आई है कि शुरू में मोदी इस्लामाबाद जाना चाहते थे। भारत की सुरक्षा एजेंसियां भी इस्लामाबाद की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आश्वस्त थीं, लेकिन दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच हुई बातचीत में शरीफ ने मोदी को लाहौर बुला लिया। तब भी भारत की ओर से सुरक्षा का मुद्दा उठाया गया। पाकिस्तानी सेना ने बताया कि मोदी भी शरीफ के ही हेलीकॉप्टर में बैठकर उनके घर तक जाएंगे, तब जाकर भारतीय अधिकारियों की जान में जान आई।
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, मोदी और शरीफ की आपस में बात हुई थी, तब शरीफ के बुलावे पर मोदी ने मोदी ने कहा था, ...पर आप तो इस्लामाबाद में नहीं, लाहौर में हैं। इस पर शरीफ ने बताया, उनकी नवासी की लाहौर में शादी है और वे एक ही दिन में इस्लामाबाद नहीं पहुंच पाएंगे।
शरीफ ने कहा कि आप लाहौर आ जाइए। लाहौर के दरवाजे भी आपके लिए खुले हैं। इसके बाद मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल और एसपीजी अधिकारियों से बात की।
बिना पूर्व सूचना के लाहौर में उतरना खतरे से खाली नहीं था। 2009 में लाहौर में ही श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर आतंकी हमला हुआ था।
एक अधिकारी ने बताया कि लाहौर में सुरक्षा की भरोसा मिलने के बाद ही प्रधानमंत्री के इस दौरे को अंतिम रूप दिया गया।
ये थी दो प्रमुख चिंताएं