स्वास्थ्य मंत्रालय का बड़ा फैसला, स्वदेशी वेंटिलेटर के निर्यात को दी मंजूरी

24 मार्च को वेंटिलेटर के निर्यात पर पाबंदी लगा दी गई थी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत में कोरोना से मृत्युदर में लगातार गिरावट को देखते हुए यह फैसला किया गया है।

By Tilak RajEdited By: Publish:Sat, 01 Aug 2020 10:22 PM (IST) Updated:Sat, 01 Aug 2020 10:22 PM (IST)
स्वास्थ्य मंत्रालय का बड़ा फैसला, स्वदेशी वेंटिलेटर के निर्यात को दी मंजूरी
स्वास्थ्य मंत्रालय का बड़ा फैसला, स्वदेशी वेंटिलेटर के निर्यात को दी मंजूरी

नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी से मृत्युदर में लगातार गिरावट को देखते हुए देश में निर्मित वेंटिलेटर के निर्यात को मंजूरी देने का फैसला किया है। कोरोना पर गठित उच्च स्तरीय मंत्रियों के समूह (जीओएम) ने स्वदेशी वेंटिलेटर के निर्यात संबंधी स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

24 मार्च को वेंटिलेटर के निर्यात पर पाबंदी लगा दी गई थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को बयान में कहा कि भारत में कोरोना से मृत्युदर में लगातार गिरावट को देखते हुए यह फैसला किया गया है। वर्तमान में कोरोना से मृत्युदर 2.15 फीसद है, जो दुनिया कई देशों के मुकाबले बहुत कम है। कम मृत्युदर का मतलब है कि बहुत कम मरीजों के लिए वेंटिलेटर की जरूरत है। 31 जुलाई को सक्रिय मामलों में से मात्र 0.22 फीसद ही वेंटिलेटर पर थे।

मंत्रालय ने कहा है कि मंत्रियों के समूह के फैसले से विदेश व्यापार महानिदेशालय को अवगत करा दिया गया है, जो स्वदेशी वेंटिलेटर के निर्यात की व्यवस्था करेगा। मंत्रालय ने उम्मीद जताई है कि इससे वेंटिलेटर निर्माताओं को विदेश में नए बाजार मिलेंगे। इस समय देश में 20 ज्यादा कंपनियां वेंटिलेटर का निर्माण कर रही हैं। कोरोना महामारी को देखते हुए मार्च में वेंटिलेटर के निर्यात पर पाबंदी लगा दी गई थी। इसके दायरे में सभी प्रकार के वेंटिलेटर थे।

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