भूपति भवन पर ताजा हुई पुरानी यादें

रविवार को गलन भरी सर्द सुबह में अजब हलचल के बीच नई सियासी पारी की शुरुआत का गवाह बनने के लिए लोग भूपति भवन के बाहर जमा थे। लोग उस दिन को याद करते दिखे जब पूर्व केंद्रीय मंत्री डा. संजय सिंह ने अपनी राजनैतिक पारी की शुरुआत की थी।

By manoj yadavEdited By: Publish:Sun, 21 Dec 2014 09:29 PM (IST) Updated:Sun, 21 Dec 2014 09:37 PM (IST)
भूपति भवन पर ताजा हुई पुरानी यादें

जागरण संवाददाता, अमेठी। रविवार को गलन भरी सर्द सुबह में अजब हलचल के बीच नई सियासी पारी की शुरुआत का गवाह बनने के लिए लोग भूपति भवन के बाहर जमा थे। लोग उस दिन को याद करते दिखे जब पूर्व केंद्रीय मंत्री डा. संजय सिंह ने अपनी राजनैतिक पारी की शुरुआत की थी।

बात 17 मई 1976 की उस सुबह की थी जब खेरौना ग्राम पंचायत में संजय गांधी के साथ संजय सिंह भी फावड़ा चला अमेठी में विकास की इबारत को हकीकत की जमीं पर लाए थे। तब से आज तक बहुत कुछ बदला लेकिन अमेठी के जेहन से उस दिन की याद नहीं गई। शायद यही वजह थी कि आज परिवार की नई पीढ़ी अनंत विक्रम जब एक साथ तीन माताओं (गरिमा सिंह, सती महारानी व देवीपाटन) का आशीर्वाद लेकर भाजपा में शामिल होने के लिए अपने कदम बढ़ा रहे थे तो अवाम के जेहन में पुराने दिनों की यादें ताजा हो उठीं।

भूपति भवन से भोर साढ़े पांच बजे निकल अनंत ने जहां टीकरमाफी आश्रम पहुंचकर बाबा परमहंस का आशीष लिया तो वहां से निकल उनका कारवां सीधे पीर कवि मलिक मोहम्मद जायसी के दर पर जा पहुंचा। अकीदत के साथ अनंत ने दुआएं मांगी और कारवां सियासी डगर पर आगे बढ़ चला। पीछे समर्थकों की भीड़ भी जुड़ती गई। अब तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि भाजपा व अनंत एक दूसरे के लिए कितने मददगार साबित होते हैं।

महिमा, शैब्या ने भी थामा भाजपा का दामन

अनंत के साथ ही कैलीफोर्निया (अमेरिका) से उनकी बहन महिमा ने आनलाइन जबकि मथुरा से उनकी बहन शैब्या ने उनके साथ भाजपा कार्यालय पर सदस्यता ली। उनके साथ ही कांग्रेस के जिला प्रवक्ता राजेंद्र सिंह ने भी भाजपा की सदस्यता ली है।

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