मेघालय : खदान में फंसे लोगों को बचाने का कार्य अस्थाई तौर पर रुका

राहत व बचाव अभियान में करीब 100 कर्मी जुटे हैं। पानी घटने का इंतजार किया जा रहा है। पानी का स्तर करीब 30 फीट तक घट जाएगा तब गोताखोर अपने अभियान पर फिर से जुटेंगे।

By TaniskEdited By: Publish:Mon, 24 Dec 2018 08:10 PM (IST) Updated:Mon, 24 Dec 2018 08:10 PM (IST)
मेघालय : खदान में फंसे लोगों को बचाने का कार्य अस्थाई तौर पर रुका
मेघालय : खदान में फंसे लोगों को बचाने का कार्य अस्थाई तौर पर रुका

शिलांग, प्रेट्र । मेघालय के जयंतिया हिल्स जिले में कोयला खदान में फंसे 15 लोगों को बचाने का कार्य सोमवार को अस्थाई तौर पर रोक दिया गया। उपायुक्त एफएम दोप्थ ने बताया कि नए पंप मिलने के बाद बचाव कार्य फिर से चालू किया जाएगा। उपायुक्त ने कहा, 'पानी निकालने के लिए लगे पंपों से पानी का स्तर नीचे नहीं किया जा सका है इसलिए इस कार्य को अस्थाई तौर पर रोक दिया गया है।'

पुलिस अधीक्षक सिलवेस्टर नौंगटिंगर ने कहा कि राहत व बचाव अभियान में राष्ट्रीय व राज्य स्तर के करीब 100 कर्मी जुटे हैं। पानी घटने का इंतजार किया जा रहा है। जब पानी का स्तर करीब 30 फीट तक घट जाएगा तब गोताखोर अपने अभियान पर जुटेंगे। बचाव कार्य में जुटी एनडीआरएफ टीम के कमांडेंट एसके सिंह ने कहा कि खदान में पानी का स्तर अभी 70 फीट है।

राज्य के मुख्यमंत्री कोनार्ड संगमा ने कोल इंडिया को पत्र लिखकर उच्च क्षमता वाले पंप उपलब्ध कराने की मांग की है। 22 दिसंबर को राज्य सरकार ने खदान में फंसे 15 लोगों के परिवारों को एक-एक लाख रुपये राहत के तौर पर देने की घोषणा की है।

बता दें कि अवैध रूप से कोयला निकालने गए 15 लोग पिछले 13 दिसंबर से खदान में फंसे हैं। 13 दिसंबर को कुल 20 लोग खदान में घुसे थे जिसमें पांच बाहर आने में सफल रहे। सारे लोग खदान में संकरी सुरंगों से घुसे। स्थानीय लोगों के अनुसार खदान में घुसे लोगों में से किसी ने गलती से नदी से नजदीक वाली दीवार तोड़ दी जिससे सुरंग में पानी भर गया।

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