सोनिया गांधी की अध्यक्षता में एकजुट हुआ विपक्ष, नहीं आए नी‍तीश

सोनिया गांधी की ओर से लंच डिप्लोमैसी के तहत सरकार को विपक्ष की ताकत दिखाने की कोशिश की गई है, लेकिन नीतीश कुमार ने इस बैठक से दूरी बनाए रखी।

By Pratibha Kumari Edited By: Publish:Fri, 26 May 2017 01:39 PM (IST) Updated:Fri, 26 May 2017 03:19 PM (IST)
सोनिया गांधी की अध्यक्षता में एकजुट हुआ विपक्ष, नहीं आए नी‍तीश
सोनिया गांधी की अध्यक्षता में एकजुट हुआ विपक्ष, नहीं आए नी‍तीश

नई दिल्‍ली, जेएनएन। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज विपक्षी दलों को दोपहर के खाने के लिए आमंत्रित किया था। संसद भवन परिसर में होने वाली इस बैठक में बसपा सुप्रीमो मायावती और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, जदयू नेता शरद यादव सीपीएम के सीताराम येचुरी समेत 17 दलों के नेता शामिल हुए। ममता बनर्जी कई अपने कई दूसरे कार्यक्रमों के तहत पहले से ही दिल्ली में हैं। कांग्रेस की ओर से जदयू, भाकपा, सीपीएम, सपा, डीएमके, एनसीपी, आरजेडी, टीएमसी के अलावा कुछ अन्य बड़े और छोटे क्षेत्रीय दलों को निमंत्रण भेजा गया था।

Delhi: Former Prime Minister Manmohan Singh and Congress President Sonia Gandhi arrives for opposition meeting pic.twitter.com/WF8P6GHWge

— ANI (@ANI_news) May 26, 2017

Meeting called by Sonia Gandhi of opposition leaders underway in Parliament pic.twitter.com/elvEPYrFeG

— ANI (@ANI_news) May 26, 2017

सोनिया गांधी की ओर से लंच डिप्लोमैसी के तहत सरकार को विपक्ष की ताकत दिखाने की कोशिश की गई है, लेकिन जिस तरह से नीतीश कुमार ने इस बैठक से दूरी बनाए रखी और दूसरी ओर गुरुवार को मोदी से मिलने के बाद ममता बनर्जी ने कहा था कि राष्ट्रपति पद के लिए एक ऐसे सर्वसम्मत प्रत्याशी होना चाहिए, जिसे लेकर सरकार और विपक्ष दोनों के बीच सहमति बनाया जा सके। इससे विपक्षी एकता को लेकर सवाल उठ रहे हैं। 

गौरतलब है कि सोनिया गांधी की ओर से विपक्षी दलों को लंच पर ऐसे वक्त बुलाया गया, जब मोदी सरकार आज अपनी सरकार के तीन वर्षों पूरे होने का जश्न मना रही है। ऐसे सोनिया गांधी की इस लंच डिप्लोमैसी के कई मायने निकाले जा रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि शायद विपक्ष एकजुट होकर मोदी सरकार को एक ठोस रणनीति के तहत घेरने को लेकर करना चाह रहा है।

बैठक में राष्‍ट्रपति उम्‍मीदवार के नाम पर चर्चा होने की बात कही जा रही थी। मगर पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि किसी नाम पर चर्चा नहीं हुई है। हम जल्‍द ही इस संबंध में एक साझा बयान जारी करेंगे।

No name has been discussed, we will come out with a joint statement soon: West Bengal CM Mamata Banerjee pic.twitter.com/KYI65ZuJ4G

— ANI (@ANI_news) May 26, 2017

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