मणिपुर के मंत्री, सांसद और विधायकों के घर फूंके, 4 मरे, 13 घायल

मणिपुर विधानसभा में कुछ विधेयकों के पारित होने को लेकर चूराचांदपुर जिले में सोमवार रात को हिंसा भड़क गई। इसके चलते भीड़ ने सूबे के एक मंत्री, एक सांसद और पांच विधायकों के घरों में आग लगा दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने शहर में कर्फ्यू लगा

By Rajesh NiranjanEdited By: Publish:Tue, 01 Sep 2015 01:03 AM (IST) Updated:Tue, 01 Sep 2015 03:51 PM (IST)
मणिपुर के मंत्री, सांसद और विधायकों के घर फूंके, 4 मरे, 13 घायल

इंफाल। मणिपुर विधानसभा में कुछ विधेयकों के पारित होने को लेकर चूराचांदपुर जिले में सोमवार रात को हिंसा भड़क गई। इसके चलते भीड़ ने सूबे के एक मंत्री, एक सांसद और पांच विधायकों के घरों में आग लगा दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने शहर में कर्फ्यू लगा दिया है। इस हिंसा में 13 लोग घायल हो गए हैं और 4 लोगों की मौत हो गई है। हिंसा के बाद कई जगहों पर कर्फ्यू लगा दिया गया है।

मालूम हो, इन विधेयकों के विरोध में तीन आदिवासी छात्र संगठनों ने सोमवार को 12 घंटे के बंद का आह्वान भी किया था। इस आगजनी के पीछे उन संगठनों का ही हाथ बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, राज्य विधानसभा में तीन ऐसे विधेयक पारित हुए हैं, जो सूबे की जनता को जरा भी रास नहीं आए हैं। इनमें एक विधेयक बाहरी लोगों को राज्य में प्रवेश को परमिट सिस्टम के माध्यम से नियंत्रित करने से जुड़ा है। लोग इसके पारित होने के बाद से हिंसक हो गए हैं। हिंसा के चलते सात नेताओं (मंत्री, विधायकों व सांसद) के घरों को आग लगा दी गई।

विधानसभा में सोमवार को जो तीन विधेयक पारित हुए हैं, उनमें 'द प्रोटेक्शन ऑफ मणिपुर पीपुल बिल 2015', 'द मणिपुर लैंड रेवन्यू एंड लैंड रिफाम्र्स (सातवां संशोधन) बिल 2015', 'द मणिपुर शाप्स एंड इस्टेबिल्समेंट्स (दूसरा संशोधन) बिल 2015' शामिल हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मणिपुर (बाहरी) से सांसद थांगसो बाते, सूबे के स्वास्थ्य मंत्री फुंगजापहांग तोनसिंग और पांच विधायकों के घरों में आग लगाई गई है। आगजनी करने वालों में शामिल एक व्यक्ति भी गंभीर रूप से जल गया है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।


तस्वीरों में देखें : मणिपुर में आगजनी, सांसद, मंत्री और विधायकों के घर फूंके

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