ट्रस्ट अयोध्या में बनाएगा राम का और मप्र सरकार श्रीलंका में बनाएगी सीता मां का मंदिर

मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पड़ोसी देश श्रीलंका की अशोक वाटिका में सीता माता का मंदिर बनाने जा रही है।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Wed, 12 Feb 2020 10:31 PM (IST) Updated:Wed, 12 Feb 2020 10:31 PM (IST)
ट्रस्ट अयोध्या में बनाएगा राम का और मप्र सरकार श्रीलंका में बनाएगी सीता मां का मंदिर
ट्रस्ट अयोध्या में बनाएगा राम का और मप्र सरकार श्रीलंका में बनाएगी सीता मां का मंदिर

भोपाल, राजीव सोनी। अयोध्या में जन्मभूमि को लेकर सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला आते ही ट्रस्ट के जरिये जहां भगवान राम का भव्य मंदिर बनाने की तैयारी चल रही है, वहीं मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने पड़ोसी देश श्रीलंका की 'अशोक वाटिका' में सीता माता का मंदिर बनाने की कवायद शुरू कर दी है। वह पांच करोड़ रुपये खर्च कर माता का मंदिर बनाएगी। भारतीय विदेश मंत्रालय और श्रीलंका के राष्ट्रपति से चर्चा के बाद चुनिंदा वास्तुविदों से मिलकर मंदिर के नक्शे पर काम शुरू किया जा रहा है।

श्रीलंका सरकार ने कोलंबो के पास स्थित हिल स्टेशन 'नुवारा ऐलिया'(अशोक वाटिका) क्षेत्र में मप्र को मंदिर निर्माण की सहमति दी है। अभी वहां अंतरराष्ट्रीय स्तर का 'हाकगाला वानस्पतिक उद्यान', चाय के बगीचे व राम दरबार का मंदिर भी है। वहीं पास में सीता की अग्नि परीक्षा का स्थल 'दिवरमपोला' और भगवान राम के द्वारा स्थापित मुनेश्वर शिव मंदिर भी है। पूरा इलाका मुन्नार (केरल) जैसा है। मप्र सरकार ने शुरुआती तौर पर सीता माता के मंदिर के लिए पांच करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है।

श्रीलंका के राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री ने ली रुचि

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने प्रमुख सचिव अशोक बर्णवाल, अध्यात्म विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव के अलावा वित्त एवं संस्कृति विभाग प्रमुख सचिव की उच्च स्तरीय समिति गठित कर दी है। यह समिति मंदिर के नक्शे को अंतिम रूप एवं मंदिर निर्माण की मॉनीट¨रग करेगी। पिछले महीने अध्यात्म विभाग के मंत्री पीसी शर्मा और अतिरिक्त प्रमुख सचिव मनोज श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारियों ने श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे और प्रधानमंत्री म¨हदा राजपक्षे से मुलाकात कर स्थल निरीक्षण के साथ मंदिर निर्माण पर चर्चा की। पहाड़ी और झरने वाले इस क्षेत्र में हनुमानजी के पैरों के निशान और सीता माता का स्नानागार भी दर्शनीय स्थल के रूप में मौजूद है। श्रीलंका स्थित महाबोधि सोसायटी के अध्यक्ष बनागला उपतिसा एवं अन्य प्रतिनिधि हाल ही में भोपाल आकर मुख्यमंत्री से सीताजी के मंदिर व बौद्ध संग्रहालय को लेकर चर्चा कर चुके हैं।

कांग्रेस का सॉफ्ट हिंदुत्व

मप्र के सियासी हलकों में इस फैसले को कौतुक के साथ देखा जा रहा है, क्योंकि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने श्रीलंका में सीता माता मंदिर और मप्र में 'राम वन गमन पथ' निर्माण का एलान किया था, लेकिन ये दोनों ही मुद्दे प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने 'हाईजैक' कर उन्हें जमीन पर उतारने की कवायद शुरू कर दी। देश की बहुसंख्यक आबादी को लुभाने वाले इस निर्णय को राजनीतिक प्रेक्षक कांग्रेस के 'सॉफ्ट ¨हदुत्व' के रूप में भी देख रहे हैं।

मध्य प्रदेश के  अध्यात्म विभाग मंत्री पीसी शर्मा ने कहा, 'मुख्यमंत्री कमलनाथ ने श्रीलंका स्थित अशोक वाटिका स्थल पर सीता माता के भव्य मंदिर निर्माण के लिए प्रारंभिक तौर पर पांच करोड़ और राम वनगमन पथ के लिए 22 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। दोनों देशों के बीच दस्तावेजी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। मंदिर निर्माण जल्द शुरू होगा।'

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